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RJD में तेजस्वी युग शुरू, तेजस्वी बोले- पसंद रहूं या नहीं, रहना है तो साथ चलना होगा

रविवार को राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में बैठक में हुए विवाद के बाद आज नई दिल्ली में राजद का खुला अधिवेशन किया जा रहा है। रविवार को श्याम रजक और तेजप्रताप के बीच हुए गाली वि’वाद के बाद लालू यादव ने साफ़ तौर पर कहा कि पार्टी के मामलों में केवल तेजस्वी ही बोलेंगे। इसके बाद से राजद में तेजस्वी युग कि शुरुआत के आसार दिख रहे हैं। जिसके बाद से तेजस्वी के तेवर सख्त हो गए हैं।

RJD में तेजस्वी युग शुरू, विवाद पैदा करने वालों से बोले- पसंद रहूं या नहीं, रहना है तो साथ चलना होगा

पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए तेजस्वी ने कहा कि ऐसा हो सकता है कि मैं आपको पसंद ना आऊं और आप मुझे लेकिन पार्टी में रहना है तो साथ चलना पड़ेगा और यही पार्टी के हित में भी है। तेजस्वी के सख्त रवैये के बाद राजद में तेजस्वी युग की शुरुआत के संकेत मिल गए हैं। बिहार के उपमुख्यमंत्री अबतक पार्टी के प्रमुख चेहरे के रूप में सामने आते रहे हैं लेकिन अब राजद सुप्रीमो लालू यादव के  द्वारा पूरी शक्ति पाने के बाद राजद में तेजस्वी की भूमिका साफ़ हो गई है।

रविवार को तेजप्रताप यादव ने श्याम रजक पर गाली देने का आ’रोप लगाया था और पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग से उठकर चले गए थे। जिसके बाद से पार्टी में आंतरिक कल’ह के हालत बने हुए हैं। श्याम रजक ने बयान के बाद राजद कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग में आंतरिक राजनीति तेज हो गई थी। रविवार शाम पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि पार्टी में सबको खुश रख पाना संभव नहीं है।

ऐसे में अगर पार्टी में रहना है तो काम साथ करना पड़ेगा और तभी पार्टी का विकास होगा। तेजस्वी ने इशारों इशारों में वरिष्ठ नेताओं पर भी निशाना साधते हुए कहा कि यह मतलब नहीं है कि आपने लालू यादव के साथ काम किया है तो आप अपनी मनमानी करने और कुछ भी बोलने के लिए आजाद हैं। पार्टी के हिसाब से ही चलना होगा। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि छोटे बड़े सभी कार्यकर्ता पार्टी के अनुसार ही चलेंगे और पार्टी में रहना है तो साथ चलना जरूरी है।

तेजस्वी यादव ने सभी कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रहने की हिदायत भी दे डाली। तेजस्वी अपने संदेश के माध्यम से साफ करना चाह रहे हैं कि राजद की कमान अब उनके हाथ में है और पार्टी के नीतिगत और अहम् फैसले उनके हिसाब से लिए जाएंगे। राजद सुप्रीमो लालू यादव और ने रविवार को हुए विवाद के बाद पार्टी के नीतिगत और अहम मामलों में बोलने का एकाधिकार केवल तेजस्वी को ही दिया है। सोमवार को राजद का राष्ट्रीय स्तर का खुला अधिवेशन किया जा रहा है। अधिवेशन में पार्टी के कई अहम प्रस्तावों पर निर्णय लिया जाएगा। सोमवार को अधिवेशन में लालू यादव को औपचारिक तौर पार्टी अध्यक्ष घोषित किया जाएगा।

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