राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि नीतीश कुमार से हर हाल में गठबंधन कायम रहेगा। यह अब टूटने वाला नहीं है। हम समान विचारधारा वाले लोग हैं। वे राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित कर रहे थे। कहा कि अब नीतिगत और महत्वपूर्ण मुद्दों पर सिर्फ तेजस्वी यादव ही बोलेंगे। उन्होंने बिना-सोचे समझे कुछ भी बोलने वाले पार्टी नेताओं को भी सख्त हिदायत दी। कहा कि आजकल बिना सोचे-समझे लोग बोल रहे हैं। किसके मुंह से क्या निकल जाएगा और मामला गड़बड़ हो जाएगा।
लालू प्रसाद ने पार्टी कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर रहने और मिलकर लड़ाई लड़ने की नसीहत दी। कहा कि इधर-उधर नहीं झांकना है। पार्टी को बड़ी लड़ाई लड़नी है। साथ रहकर ही इस लड़ाई को जीता जा सकता है। दरअसल, पिछले दिनों पार्टी नेताओं के कुछ बयानों के बाद से जदयू-राजद के रिश्तों में खटास आने लगी थी। इससे लालू प्रसाद नाराज हो गए थे। बाद में उन्होंने सबको चेतावनी दी थी।
राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह नहीं आए, सुधाकर हुए शामिल
राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह शामिल नहीं हुए। बताया गया कि उनकी तबीयत खराब है। हालांकि जगदानंद सिंह के पुत्र और हाल में कृषि मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले सुधाकर सिंह बैठक में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद ही उनके नेता हैं और उनके निर्देश का हर हाल में पालन करेंगे।
विपक्ष को संदेश देने दिल्ली आए, जीत हमारी ही होगी
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि हम देश के विपक्षी साथियों को संदेश देने दिल्ली आए हैं कि घबराने और हौसला खोने की जरूरत नहीं है। इस लड़ाई में हमें ही जीत मिलेगी।
लालू प्रसाद और शरद यादव बीमार होने के बावजूद राष्ट्रीय परिषद की बैठक में शामिल हो रहे हैं, उन्हें भी अच्छी तरह से पता है कि हमें किस ख’तरे से पंगा लेना है। अगर हमारे मन में किसी तरह का लालच होता तो सिर झुका देते और भाजपा की गुलामी कर रहे होते। तेजस्वी यादव ने पार्टी नेताओं को मंच से संदेश दिया कि वे हर किसी को खुश नहीं रख सकते हैं। यह भी हो सकता है कि हम भी सभी से खुश न हों। लेकिन, हमारे सामने जो चुनौती है उसमें पार्टी का हर कार्यकर्ता एक टीम मेंबर है। तेजस्वी ने कहा कि पार्टी अपने पूर्व निर्धारित एजेंडे पर ही काम करेगी। पार्टी के लोग उसे बदलने की कोशिश न करें।
तेजस्वी ने हाथ जोड़कर कार्यकारिणी की बैठक में मौजूद पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों से अपील की कि पार्टी के निर्धारित लक्ष्य से नहीं भटकें। 2024 में पार्टी बड़ी लड़ाई लड़ने जा रही हैं, उसमें सभी के सहयोग की जरूरत है। राजद देश को बचाने की लड़ाई लड़ रहा है। पार्टी में इस तरह की कोई भी बात होती है तो पूरा एजेंडा ही बदल जाता है। अचानक हमें अपना बचाव करना पड़ जाता है। उनका इशारा तेजप्रताप-श्याम रजक प्रकरण पर था।
जातिगत जनगणना पर जोर राजद प्रवक्ता प्रोफेसर सुबोध कुमार मेहता ने बताया कि राजनीतिक प्रस्ताव में राष्ट्रीय स्तर पर जातीय गणना, न्यायपालिका में आरक्षण व आर्थिक रूप से वंचित तबके के सशक्तीकरण पर भी जोर दिया गया।
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