केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पूर्णिया पहुंच गए हैं। पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में बीजेपी की जनभावना रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उनके सीमांचल में आने से लालू यादव और नीतीश कुमार के पेट में दर्द हो रहा है। मंच पर सुशील मोदी, गिरिराज सिंह, रविशंकर प्रसाद, राधा मोहन सिंह, रेणु देवी, विजय सिन्हा समेत अन्य बीजेपी नेता मौजूद हैं।
सुशील मोदी ने अपने संबोधन में पीएफआई पर बैन लगाने की मांग की और सीमांचल में बढ़ती मुस्लिम आबादी पर चिंता जाहिर की। शाह आज से बिहार के सीमांचल क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे पर हैं। पूर्णिया में रैली को संबोधित करने के बाद वे शाम में किशनगंज में बीजेपी कोर कमेटी की बैठक लेंगे, जिसमें सीमांचल के नेता मौजूद रहेंगे।
बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद पहली बार बीजेपी का बड़ा कार्यक्रम होने जा रहा है। अमित शाह सीमांचल की धरती से लोकसभा चुनाव 2024 का शंखनाद करेंगे। अमित शाह के दौरे से स्थानीय कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह है। पूर्णिया में डेढ़ से दो लाख कार्यकर्ताओं को बसों-ऑटो और कारों में भरकर लाया जा रहा है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। रैली के लिए पूर्णिया के रंगभूमि मैदान को सजाया गया है।
अमित शाह ने कहा कि मैं सीमांत जिलों में आया हूं तो लालू-नीतीश के पेट में दर्द हो रहा है। कह रहे हैं कि मैं यहां झगड़ा लगाने आया हूं। ये काम लालू परिवार का है। नीतीश लालू की गोदी में बैठे हुए हैं। यहां डर का माहौल है। ये सीमावर्ती जिले हिंदुस्तान का हिस्सा है, किसी को डरने की जरूरत नहीं है। क्योंकि यहां नरेंद्र मोदी सरकार है।
अमित शाह ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती पर नमन किया। उन्होंने कहा कि दिनकर की कविताओं ने न केवल आजादी के आंदोलन को धार दी, बल्कि भारतीय संस्कृति को भी मजबूती प्रदान करने का काम किया। उन्होंने कबीरपंथी धर्मगुरु सद्गुरु धर्मस्वरूप को श्रद्धांजलि दी। मां पूरण देवी को नमन किया।
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