बिहार के गया स्थित विष्णुपद मंदिर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मंत्री इसराइल मंसूरी के प्रवेश पर विवाद जारी है। इस बीच 21 आचार्यों ने बुधवार को विष्णुपद मंदिर का विधिवत शुद्धिकरण किया।
आचार्यों ने फल्गू नदी के जल से गर्भगृह का शुद्धिकरण किया और वैदिक मंत्रोच्चार से महापूजा कर भगवान से गैर हिंदू के मंदिर में प्रवेश कर जाने पर माफी मांगी।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गया में पितृपक्ष मेले के आयोजन की तैयारियों का जायजा लिया था। इस दौरान वे विष्णुपद मंदिर में पूजा अर्चना के लिए पहुंचे थे। उनके साथ सूबे के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सह गया जिले के प्रभारी मंत्री इसरायल मंसूरी भी मंदिर में प्रवेश कर गए। विष्णुपद मंदिर में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर मनाही है। ऐसे में मुस्लिम मंत्री के मंदिर में आने से बवाल मच गया।
बुधवार दोपहर विष्णुपद के गर्भगृह में शुद्धिकरण के लिए महापूजा हुई। श्री विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति की ओर से अध्यक्ष शंभू लाल विट्ठल ने 21 आचार्यों के साथ शुद्धिकरण और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भगवान विष्णु की महापूजा की। मुरली आचार्य के आचार्यत्व में कराई गया पूजा में भारी संख्या में गयापाल भी शामिल हुए। करीब दो घंटे तक विष्णुपद का गर्भगृह वैदिक मंत्रोच्चार से गूंजता रहा।
गैर हिंदू के मंदिर में आने पर भगवान से की क्षमा याचना
यजमान और समिति के अध्यक्ष शंभू लाल विट्ठल ने बताया कि वैदिक रीति से भगवान का दुग्धाभिषेक, महापूजा, षोशशोपचार पूजा की गई। भगवान को पंचामृत स्नान कराया गया। तुलसी अर्चना की गई। विशेष आरती हुई। शुद्धिकरण पूजा के साथ मंदिर में गैर हिंदू के प्रवेश कर जाने को लेकर क्षमा याचना की गई। पूरे विश्व कल्याण की कामना की गई।
महापूजा में आचार्य के अलावा करीब दो दर्जन गयापाल पुरोहित शामिल हुए। शंभू लाल विट्ठल ने बताया कि मंत् इसराइल मंसूरी को भगवान से क्षमा मांगनी चाहिए। बिहार सरकार से मांग करते हैं कि मंत्री को उनके पद से बर्खास्त करें। इस मौके पर गयापाल बच्चू लाल चौधरी, मुन्ना लाल गुर्दा, गजाधर लाल कटियार, प्रेमनाथ टैया सहित अन्य गयापाल मौजूद रहे।
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