बिहार के वित्त मंत्री विजय चौधरी ने बुधवार को पदभार संभालने के बाद कहा कि राज्य की बढ़ती जरूरतों के मद्देनजर विभाग का ध्यान राजस्व सृजन को बढ़ाने पर होगा। इंडस्ट्रियल टेक्स डिपार्टमेंट की रिव्यू मीटिंग के बाद उन्होंने कहा कि विभाग को चालू वित्त वर्ष में राजस्व के उच्चतम स्तर तक पहुंचने का प्रयास करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 में 35884 करोड़ रुपये के राजस्व संग्रह में कर्ज के जरिए मिला मुआवजा भी शामिल था। उन्होंने कहा राजस्व बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए वह जल्द ही विभाग के अधिकारियों के साथ एक अलग बैठक करेंगे।
विभाग में सभी खाली पदों को भरने की आवश्यकता पर जोर देते हुए विजय चौधरी ने कहा कि काम की विशेष और बदलती हुई प्रकृति को देखते हुए अधिकारियों को आवश्यक ट्रेनिंग देने के लिए विशेषज्ञों को शामिल किया जाएगा।
उन्होंने कहा डेटा एनालिटिक्स की मदद से समय पर और सटीक कार्रवाई करके टैक्स चोरी को रोकने के लिए यह महत्वपूर्ण है। उन्होंने ये भी कहा कि ईमानदार करदाताओं को सम्मानित करने के लिए भी एक तंत्र होना चाहिए।
विजय चौधरी ने कहा कि आपसी विश्वास का माहौल बनाने के लिए व्यापार और वाणिज्य के प्रतिनिधियों के साथ नियमित बातचीत के माध्यम से करदाताओं की समस्याओं का तुरंत समाधान किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों में वृद्धि के बावजूद बिहार में मई में जीएसटी क्लेक्शन में गिरावट देखी गई है। उन्होंने कहा कि विभाग के लिए असली चुनौती राज्य में वित्त प्रबंधन करना है।
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