बिहार : कोरोना की चौथी लहर आने की आशंका जतायी जा रही और देश के कुछ राज्यों में एक बार फिर कोरोना के मरीजों की बढ़ रही संख्या के बावजूद को समस्तीपुर में कोरोना जांच सिर्फ सरकारी अस्पतालों तक ही सिमटी हुई है।
सदर अस्पताल के अलावे सभी अनुमंडलीय व पीएचसी में कोरोना जांच के साथ-साथ टीकाकरण भले ही चल रहा है, लेकिन भीड़भाड़ व सार्वजनिक जगहों पर कहीं जांच की व्यवस्था नहीं है।
रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड में पूर्व में की गयी जांच की व्यवस्था इन दिनों नदारद है। हालांकि जिले में अभी पिछले कई महीने से कोरोना के एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिले हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, जिले के सरकारी अस्पातलों में प्रतिदिन औसतन तीन हजार लोगों की कोरोना जांच की जाती है। इसमें अधिकांश गर्भवती महिलाएं, बंध्याकरण ऑपरेशन कराने वाली महिलाएं, सजा पाने वाले कैदी आदि शामिल रहते हैं।
इसके अलावे मुख्यमंत्री के जनता दरबार में फरियाद लेकर जाने वाले या फिर हवाई यात्रा कराने वाले लोग कोरोना जांच करवाते हैं। अब आम लोग भी कोरोना जांच के प्रति जागरूक नहीं हैं। वैसे सदर अस्पताल में नाइन टू नाइन यानि सुबह नौ बजे से रात नौ बजे तक कोरोना जांच की व्यवस्था है। लेकिन पिछले पंद्रह दिनों से मात्र 15 से बीस लोग ही कोरोना जांच कराने के लिए पहुंच रहे हैं।
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