चीन में कोरोना के कारण हा’हाकार मचा है। खासकर चीनी अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहे जाने वाले शंघाई शहर में कोरोना से हाला’त बे’काबू हो गए हैं। ऐसे में चीनी सरकार ने कोरोना रोकने के लिए दोहरी पाबं’दियां लागू कर दी है। ये पाबंदियां मानवता झक’झोर करने वाली हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, कोरोना के चलते बच्चों को मां-बाप से अलग करके क्वारंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है। चीनी सरकार की कठो’र पा’बंदियों से चीनी नागरिक खौ’फ में है।
चीनी सरकार ने कोरोना महा’मारी की नई लहर में ऐसे कदम उठाने शुरू कर दिए हैं कि आम लोग खौ’फ में हैं। ख़बरों के मुताबिक, नए आदेश के मुताबिक, बच्चों को मां-बाप से अलग किया जा रहा है। मां-बाप को अपने बच्चों की लोकेशन तक नहीं दी जा रही है। घट’नाक्रम के मुताबिक कई लोग अपने बच्चों की खबर जानने के लिए प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं लेकिन फिर भी उन्हें बच्चों के बारे में जानकारी नहीं दी जा रही है।चीन की सबसे ज्यादा आबादी वाले शहर शंघाई में कोरोना की सबसे ज्यादा मा’र है। शहर की एक महिला एस्थर झाओ अपनी ढाई साल की बेटी को बु’खार के बाद अस्पताल लेकर गई थी। घ’टना 26 मार्च की बताई जा रही है। जांच में पता लगा कि उसे कोरोना है। तीन दिन बाद उसकी मां भी कोरोना संक्र’मित हो गई।ऐसे में अस्पताल प्रशासन ने दोनों (मां और बेटी) को अलग-अलग क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया। मां ची’खती रही चिल्ला’ती रही लेकिन प्रशासन ने एक न सुनी और बेटी को मां से अलग कर दिया। आरोप यह भी है कि डॉक्टरों ने उसे ध’मकी दी कि अगर वो बेटी को बच्चों के लिए बने क्वारंटीन सेंटर में नहीं भेजेंगी तो उसे अस्पताल में ही छोड़ दिया जाएगा। डॉक्टरों ने मां-बाप को मोबाइल पर मैसेज से सिर्फ इतना बताया कि उनकी बच्ची ठीक है लेकिन कहां रखा गया है ये नहीं बताया।ख़बरों के अनुसार, शंघाई शहर में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 6311 नए मामले सामने आए। जिनमें बिना ल’क्षण वाले 6051 केस हैं जबकि 260 लोगों में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं। इससे पहले शुक्रवार और गुरुवार को शंघाई में कोरोना के 4144 और 358 केस आए थे। जबकि चीन में 1 अप्रैल को 2129 कन्फर्म कोरोना केस मिले थे। हालांकि नंबरों के लिहाज से ये काफी कम हैं, लेकिन चीनी सरकार कोरोना केसों को लेकर बेहद गं’भीर है और लोगों पर तमाम पाबं’दियां लगा रही है।
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