कोरोना संक्रमण को देखते हुए दो साल से बंद राज्य के सभी स्पोर्ट्स हॉस्टल और स्पोर्ट्स कॉलेज अप्रैल के दूसरे सप्ताह में खुलेंगे। खेल विभाग इसकी तैयारी में तेजी से जुटा है। स्पोर्ट्स हॉस्टल और स्पोर्ट्स कॉलेजों में नए खिलाड़ियों की भर्ती का कार्यक्रम भी तैयार कर लिया गया है। जैसे ही शासन से अनुमति मिलेगी कार्यक्रम जारी कर दिया जाएगा। वहीं सैफई स्पोर्ट्स कॉलेज की जूडो एवं बैडमिंटन का बालिकाओं को वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज, गोरखपुर स्थानांतरित करने के आदेश दिए गए हैं।
खेल विभाग के 19 जिलों में 16 विभिन्न खेलों को 44 हॉस्टल संचालित होते हैं। इनमें 560 बालक और 320 बालिकाएं ट्रेनिंग लेते हैं। वहीं लखनऊ में गुरु गोविन्द सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज, सैफई में मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स कॉलेज और गोरखपुर में वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज हैं। लखनऊ में 345 बालक, सैफई में 560 बालक एवं बालिका तथा गोरखपुर में 320 बालिकाएं ट्रेनिंग करती हैं। इनका तीन चरणों में चयन किया जाता है। फिर इन्हें सरकारी खर्च पर उच्च स्तरीय ट्रेनिंग उपलब्ध करायी जाती है। इनके रहने, भोजन, किट, पढ़ाई आदि की भी सरकार नि:शुल्क करती है।
स्पोर्ट्स कॉलेज सोसायटी के सचिव एवं लखनऊ स्पोर्ट्स कॉलेज के प्रधानाचार्य एसएस मिश्रा ने बताया कि अप्रैल में स्पोर्ट्स कॉलेज खोलने की तैयारी की जा रही है। साथ ही नई भर्ती के लिए संभावित कार्यक्रम भी तैयार कर लिया गया है। अप्रैल में भर्ती प्रक्रिया शुरू जाएगी। अप्रैल के आखिर में स्पोर्ट्स कॉलेज खुल जाएंगे।
नयी व्यवस्था के तहत वीर बहादुर स्पोर्ट्स कॉलेज को सिर्फ बालिकाओं का ही ट्रेनिंग सेंटर बनाया जाएगा।अभी यहां वॉलीबाल, हॉकी, जिमनास्टिक जैसे खेलों में बालिकाएं ट्रेनिंग करती हैं। वहीं सैफई स्पोर्ट्स कॉलेज में बालकों के अलावा जूडो और बैडमिंटन की बालिकाएं ट्रेनिंग करती हैं। अब इन खेलों की बालिकाओं को भी गोरखपुर स्पोर्ट्स कॉलेज में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। इस संबंध में प्रमुख सचिव खेल आदेश जारी कर दिए हैं।
कोरोना संक्रमण के कारण दो साल से स्पोर्ट्स कॉलेज बंद हैं। नई भर्ती भी नहीं हुएष। ऐसे में जब अप्रैल में स्पोर्ट्स कॉलेज खुलेंगे को कक्षा सात और आठ के खिलाड़ी नहीं होंगे। कक्षा छह में नयी भर्ती की जाएगी।
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