बिहार: गया में मंगलवार को तेज हवाओं और बारिश के कारण ठंड अचानक से काफी बढ़ गई हैं। जानकारी के अनुसार, ओले और ठंड की चपे’ट में आने से 100 से ज्यादा भेड़ो की मौ’त हो गई। भेड़ों की मौ’त से परेशान किसानों ने सरकार से उचित मुआवजे की मांग की है, ताकि ख’राब मौसम के कारण हुए नु’कसान की कुछ हद तक भरपाई की जा सके। जानकारी के अनुसार, मंगलवार की रात गया जिले में हुई तेज बारिश के कारण बोधगया के रामपुर गांव में लगभग 100 से ज्यादा भेड़ों कि मौ’त हो गई। खुले में होने के कारण भेड़ बारिश की चपे’ट में आ गए थे। इस घ’टना के बाद से रामपुर गांव के भेड़ पालक बहुत परेशान हैं।बता दें कि गांव में करीब 5 से 6 किसान भेड़ पालन का काम करते थे, जिनमें किसी के 30 तो किसी भेड़ पालक के 50 भेड़ों की मौ’त हो गई। अब इन भेड़ पालकों के सामने रोजी-रोटी की सम’स्या उत्पन्न हो गई है। जानकारी के अनुसार, भेड़ पालक सरकार से उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं। मंगलवार रात को हुई इस घ’टना में विमल पाल के 25 भेड़, आदित पाल के 30 भेड़, विनोद पाल के 50 भेड़ और प्रह्लाद भगत के 10 भेड़ों की मौ’त हो गई हैं। भेड़ पालकों का कहना है कि कुल मिलाकर तकरीबन 7 लाख रुपये का नुक’सान हुआ है। बुनकर संघ के अध्यक्ष द्वारा बताया गया कि इन लोगों का भेड़ों से ही जीवनयापन होता था। अब मृ’त भेड़ों के मालिकों की रोजी-रोटी का जरिया समा’प्त हो गया है। उन्होंने बतया कि हमलोग कई बार सरकार से पशु शेड बनाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन सरकार ने इस तरफ आज तक ध्यान नहीं दिया हैं। अब 100 से ज्यादा भेड़ों कि मौ’त हो गई है और भेड़ पालकों का रोजगार खत्म हो गया है।
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