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मधुबनी में नीतीश कुमार पर आलू-प्या’ज फें’कने की घट’ना पर सीएम कैंडि’डेट तेजस्वी ने कही ये बात

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की स’भा के दौरान एक व्यक्ति ने भीड़ से सीएम के ऊपर आलू-प्याज फेंक दिया। आलू प्याज मुख्य’मंत्री के करीब जा गिरा। सुरक्षा बलों ने मंच पर एक को गिरने से पहले लपक लिया। दूसरा मंच के आगे नीचे गिर गया। इस घटना के बाद महाग’ठबंधन से सीएम कैंडिडेट तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर इसका विराेध किया। उन्होंने लिखा चुनावी सभा में किसी ने आदरणीय मुख्य’मंत्री श्री नीतीश कुमार जी की ओर प्याज फेंकी। यह पूर्णत: निंदनीय, अलोकतांत्रिक और अवांछनीय व्यवहार है। लोकतंत्र में प्रति’रोध की अभिव्यक्ति सिर्फ मतदान में होनी चाहिए और इसके अलावा कोई भी तरीका स्वीका’र्य नहीं हो सकता।

 

बता दें कि बुधवार को सीएम हरला’खी विस के गंगौर गांव स्थित नंदलाल महावीर प्लस टू उच्च विद्यालय के मैदान में जदयू उम्मीद’वार सुधांशु शेखर के पक्ष में चुना’वी सभा को संबोधित कर रहे थे। उसी दौरान यह घटना हुई। बाद में सुर’क्षा बलों ने चारों ओर से घेर लिया। आलू प्याज फेंक’ते देख मुख्यमं’त्री ने कहा कि खूब फेंको खूब फेंको। सुरक्षा बल और आम ज’नता के अपील करते हुए कहा कि इस पर ध्यान मत दीजिये। सुर’क्षा में लगे कर्मी को कहा कि छोड़ दीजिये। दो मिनट छोड़ दीजिए। किसी पर ध्यान मत दीजिये। इसके बाद सीएम ने फिर से भाषण देना शुरू कर दिया। उउन्होंने कहा कि जो आज नौ’करी देने का बात कह रहा है, 15 सालों में कितने लोगों को नौ’करी दी।

 

निश्चित हार से हता’श लोगों ने दिया घटना को अंजाम : बशिष्ठ

प्रदेश जदयू के अध्यक्ष बशिष्ठ नारा’यण सिंह ने मधुबनी के हरलाखी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर की गई पत्थरबाजी की घोर भर्त्स’ना की है। उन्होंने कहा कि इस काय’रतापूर्ण घटना की जितनी निंदा की जाए वह कम होगी। पहले दो चरण के मतदान में जनता का रुझान देख अपनी निश्चित हार से हताश, निराश और बेचैन लोगों ने इस शर्मना’क घटना को अंजाम दिया है।

सिंह ने कहा कि यह घटना लोकतंत्र का अपमान है। जिसको लोक’तंत्र में विश्वास नहीं हो वही इस तरह की घृणित हरकत को अंजा’म दे सकता है। नीतीश कुमार पर फेंका गया पत्थर उनके सिर के बहुत निकट से गुजरा। ऐसे में कोई बड़ी घट’ना हो सकती थी। बिहार की जन’ता सब देख रही है। वही लोकतंत्र के इन विरो’धियों को उनकी सही जगह दिखाएगी। ऐसी हरक’तों से बिहार की अवाम की आवाज को दबाने की कोशिश मूर्ख’ता के अलावा कुछ भी नहीं। घट’ना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की और कहा कि इस घटना का जवाब बिहार की जनता जरूर देगी। 10 नवंबर को नीतीश कुमार की ऐतिहा’सिक वापसी होगी।

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