पटना : बिहार की राजधानी पटना में आयोजित भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की शुक्रवार को हुई बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे भी शामिल रहे। उनका बैठक में आना सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना रहा। दरअसल, ए्क दिन पहले ही उन्होंने जेपी नड्डा के भागलपुर में आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम का बुलावा न मिलने पर नाराजगी जताई थी। इसके बाद कार्यक्रम में चौबे के समर्थकों ने उनकी तस्वीर लेकर मौन विरोध भी किया।
दरअसल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री सह बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को भागलपुर में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का लोकार्पण किया। इस कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व सांसद अश्विनी चौबे को आमंत्रित नहीं किया गया था। इससे वे नाराज हो गए। शुक्रवार को भागलपुर शहर में ही नहीं रहे। उनके समर्थक नड्डा के कार्यक्रम में चौबे का पोस्टर लेकर पहुंच गए। इसमें उनके बेटे अर्जित चौबे भी शामिल रहे।
अर्जित ने बताया कि अश्विनी चौबे अपनी अनदेखी बर्दाश्त कर सकते हैं लेकिन भागलपुर की जनता के साथ कोई खानापूर्ति नहीं सहन करेंगे। उन्होंने सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में आईपीडी सेवा चालू करने की मांग स्वास्थ्य विभाग से की। उन्होंने अनशन करने की चेतावनी भी दे दी।
दूसरी ओर, नाराज अश्विनी चौबे शुक्रवार शाम में पटना पहुंच गए। उन्यहां आयोजित बीजेपी कोर कमिटी की बैठक में भी उन्होंने हिस्सा लिया। हालांकि, इस बैठक में उनकी जेपी नड्डा से भागलपुर अस्पताल को लेकर बात हुई या नहीं, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। बता दें कि मूलरूप से भागलपुर के रहने वाले अश्विनी चौबे मोदी सरकार में मंत्री रह चुके हैं। इस साल लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने उनका बक्सर से टिकट काट दिया था। चर्चा है कि तब से वे अपनी पार्टी के नेताओं से नाराज चल रहे हैं।
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