ज्येष्ठ पूर्णिमा 2024: आमतौर पर ज्येष्ठ पूर्णिमा जून या जुलाई महीने में पड़ती है। हिंदू धर्म में ज्येष्ठ पूर्णिमा का दिन अत्यंत शुभ माना गया है। मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से परिपूर्ण होता है। पूर्णिमा का दिन भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी को समर्पित है। ऐसे में इस दिन श्रीहरि व मां लक्ष्मी की पूजन का विधान है। मान्यता है कि इस दिन नियमपूर्वक व्रत व पूजा आदि करने से जातक की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
इस साल ज्येष्ठ पूर्णिमा 22 जून 2024 को मनाई जाएगी। इसी दिन स्नान-दान किया जाएगा। हालांकि इसका व्रत 21 जून 2024 को किया जाएगा। ज्येष्ठ पूर्णिमा 21 जून को सुबह 07 बजकर 31 मिनट से प्रारंभ होगी और 22 जून को सुबह 06 बजकर 37 मिनट पर समाप्त होगी।
ज्येष्ठ पूर्णिमा पूजा विधि-
इस पावन दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें। नहाने के बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें। विष्णु भगवान के साथ माता लक्ष्मी की पूजा- अर्चना भी करें। भगवान विष्णु को भोग लगाएं। भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की आरती करें। इस पावन दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का अधिक से अधिक ध्यान करें। पूर्णिमा पर चंद्रमा की पूजा का भी विशेष महत्व होता है। चंद्रोदय होने के बाद चंद्रमा की पूजा अवश्य करें। चंद्रमा को अर्घ्य देने से दोषों से मुक्ति मिलती है।
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