मुजफ्फरपुर: रामदयालु सिंह महाविद्यालय के स्नातकोत्तर राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा “बिहार में जातीय जनगणना” विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। विद्यार्थियों ने जातिगत जनगणना के पक्ष और विपक्ष में अपना विचार प्रस्तुत किया।
निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान स्नातक सत्र (23-24) की स्वाति, द्वितीय स्थान पीजी की छात्रा मोनिका, और तृतीय स्थान स्नातक की नंदिनी को प्राप्त हुआ। इन्हें प्राचार्या ने मेडल से सम्मानित किया। वहीं संजीव, अंकित, हिमांशु, पूनम, मुस्कान, मोजसशम, जोया और विवेक को प्राचार्या द्वारा सहभागिता प्रमाण पत्र दिया गया।
प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए प्राचार्या डॉ अनिता सिंह ने कहा कि जातिगत जनगणना का उद्देश्य समाज में समावेशी विकास को बढ़ावा देना है। जातिगत जनगणना विभिन्न जाति समूह की सामाजिक आर्थिक स्थितियों और आवश्यकताओं के बारे में सूचना प्रदान करती है। नीति निर्माताओं को सही नीतियों के निर्माण में काम करने का मौका मिलता है।
विभागाध्यक्ष व कार्यक्रम समन्वयक डॉ रजनीकांत पांडे ने कहा कि जातिवार जनगणना इसलिए जरूरी है कि अलग-अलग क्षेत्र में ओवर रिप्रेजेंटेड व अंडररिप्रेजेंटेड लोगों का वास्तविक डेटा सामने आ सके, जिसके आधार पर कल्याणकारी योजनाओं व संविधान सम्मत सकारात्मक सक्रियता की दिशा में तेजी से बढ़ा जा सके।
निबंध प्रतियोगिता में प्रतिभागियों का मूल्यांकन समन्वयक डॉ रजनीकांत पांडे, सह-समन्वयक डॉ मीनू कुमारी, डॉ इला एवं पीआरओ डॉ ललित किशोर ने किया। मौके पर डॉ सत्येंद्र प्रसाद सिंह, डॉ संजय कुमार सुमन, डॉ एमएन रिजवी, डॉ राजीव कुमार, डॉ रजनीकांत पांडे, डॉ पयोली, डॉ ललित किशोर, डॉ मनोज कुमार, डॉ अनुराधा पाठक आदि ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया।
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