पटना: बिहार की नई एनडीए सरकार में दोनों नए डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा एक्शन में आ गए हैं। और एक के बाद एक अपने विभागों को लेकर सख्त आदेश जारी कर रहे हैं। फिर चाहे वो पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का स्वास्थ्य विभाग हो, या फिर श्रम संसाधन विभाग। नीतीश सरकार ने तेजस्वी समेत आरजेडी कोटे के कई पूर्व मंत्रियों के कार्यों और फैसलों की समीक्षा करने का ऐलान कर दिया है। तो वहीं उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने भी अपने श्रम संसाधन विभाग में टेंडर के आड़ में हुई धांधली और दागी अफसरों की तैनाती को लेकर सख्ती दिखाते हुए नया फरमान जारी किया है।
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा ने कि संसाधन विभाग में समीक्षा और शिकायतों के देखते हुए ये आदेश दिया है कि विभाग में दागी अफसरों को डबल प्रभार न दिया जाए। और अतिरिक्त प्रभार से हटाया जाए। हमारे पास फील्ड में आदमी नहीं है। सबी पटना मुख्यालय में बैठने की कोशिश करते रहते हैं। और फिर हेड ऑफिस से अराजकता और अनियमिमता फैलाते हैं। ऐसे अधिकारियों को हटाने के निर्देश दिए हैं।
सिन्हा ने कहा कि टूल्स और मशीनरी की खरीददारी में भी घपला हुआ है। जब हम थे तब ई टेंडर की बात करते थे। लेकिन विभाग में 5 रूपए का सामान 25 रूपए में खरीदा गया है। जिसकी कई शिकायतें भी मिली है। विभाग में बड़ी धांधली झलक रही है। ऐसे लोगों के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। आपको बता दें डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के पास कृषि, पथ निर्माण, राजस्व एवं भूमि सुधार, गन्ना उद्योग, खान एवं भूतत्व, श्रम संसाधन, कला संस्कृति एवं युवा लघु जल संसाधनस लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण समेत 9 विभागों का प्रभार है।
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