राम मंदिर से भगवान श्री राम की मूर्ति की झलक सामने आ चुकी है। भगवान श्री राम के बाल स्वरूप की मूर्ति में विष्णु भगवान समेत उनके दशावतार का भी प्रतिबिंब दिख रहा है। माथे पर तिलक, मुख पर मुस्कान, धनुष-बाण लिए भगवान का बाल स्वरूप अति मोहक और निराला है। राम जी की मूर्ति में विष्णु भगवान समेत उनके दशावतार के साथ हनुमान जी और गरुड़ जी के भी दर्शन किए जा सकते हैं। भगवान के चेहरे और हाथों को पीले वस्त्र से ढक दिया गया है, जिसे प्राण-प्रतिष्ठा के बाद हटा दिया जाएगा। भगवान की मूर्ति श्याम शिला से बनाई गई है, जिसे कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगराज द्वारा तैयार किया गया है।
अयोध्या से बाल स्वरूप में भगवान श्री राम की मूर्ति की झलक सामने आयी है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। गुरुवार के दिन 18 जनवरी को राम मंदिर के गर्भग्रह में भगवान श्री राम की मूर्ति को स्थापित किया गया है।
श्यामल रूप में भगवान श्री राम गर्भगृह में विराज चुके हैं। भगवान की प्रतिमा 4.24 फीट ऊंची बनायी गयी है। प्रतिमा 3 फीट चौड़ी है, जिसका का वजन लगभग 200 किलोग्राम है। मस्तक पर सूर्य, स्वस्तिक, ॐ, गदा और चक्र तराशा गया है। मूर्ति में मत्स्य, कूर्म, वराह, नरसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि अवतार भी शामिल हैं। वहीं, निचले स्थान में हनुमान जी और गरुड़ देव के भी दर्शन किए जा सकते हैं। भगवान श्री राम 5 वर्षीय बालक के रूप में कमल पर विराजमान हैं।
भगवान श्री राम की मूर्ति में मंत्रोच्चारण के साथ प्राण डाले जाएंगे। प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया के बाद भगवान की मूर्ति के दर्शन सभी श्रद्धालु कर सकेंगे।
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