भागलपुर: भागलपुर में गंगा पर एक और पुल बनेगा। विक्रमशिला सेतु के समानांतर पुल का निर्माण कार्य नवगछिया की ओर से ठेका एजेंसी ने शुरू कर दिया है। पुल का निर्माण पीलर के फाउंडेशन कार्य से शुरू किया गया है। इस साइट में दो से अधिक पीलर का फाउंडेशन जमीन ऊपर आ गया है। बरारी की ओर इसका प्लांट जब पूरी तरह से बन कर तैयार हो जायेगा, तो पीलर के फाउंडेशन कार्य से पुल का निर्माण शुरू किया जायेगा। ठेका एजेंसी को 1460 दिनों में पुल बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। इस फोरलने पुल बनने के 10 साल तक मेंटेनेंस कराना भी अनिवार्य होगा।
नए फोरलेन पुल बनने से 22 साल पुराने विक्रमशिला सेतु पर वाहनों का दबाव कम होगा। साथ ही इस पुल की आयु भी बढ़ जायेगी. जाम की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी. वर्तमान में खगड़िया, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, अररिया, भागलपुर, बांका सहित झारखंड व पश्चिम बंगाल के रास्ते आने-जाने वाली गाड़ियों का विक्रमशिला सेतु से आवागमन हो रहा है. लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
भागलपुर में गंगा पर बन रहे समानांतर पुल का निर्माण 994.31 करोड़ की लागत से होगा. दोबारा टेंडर बीते साल जुलाई में एसएपी सिंघला के नाम से फाइनल हुआ है. यह पुल विक्रमशिला सेतु से 50 मीटर पूरब में बन रहा है. पुल का निर्माण इंजीनियरिंग प्रॉक्यूरमेंट कंस्ट्रक्शन (इपीसी) मोड में बन कर तैयार होगा।
विक्रमशिला पुल के समानांतर बनने वाले फोरलेन पुल के लिए फ्लाइ एश की कमी हो रही है. इससे फ्लाइ एश से प्लांट और कॉस्टिंग यार्ड बनाने के काम पर असर पड़ रहा है. ऐसे में निर्माण एजेंसी के इंजीनियर परेशान हैं.बरारी समीप प्लांट के लिए 1500 टन फ्लाइ एश की जरूरत है, लेकिन एनएच-80 के निर्माण को लेकर रास्ता बंद होने और पर्याप्त मात्रा में हाइवा नहीं होने से फ्लाइ एश की सप्लाई में अड़चन आ रही है।
बरारी की ओर पिलर का काम भी त्योहार के बाद शुरू होगा. कहलगांव के ठेकेदार को फ्लाइ एश सप्लाई की जिम्मेदारी मिली है. 1500 टन फ्लाइ एश की जगह 600 टन ही आपूर्ति हो पायी है. इंजीनियर ने बताया कि लगातार प्रयास किया जा रहा है. भागलपुर के लोगों को इस नये पुल का बेसब्री से इंतजार है. गंगा के दोनों छोरों को यह पुल मिलाता है लेकिन यहां जाम की स्थिति इस कदर रहती है कि लोग कई बार पूरे दिन पुल पर जाम में ही फंसे रह जाते हैं।
Be First to Comment