पटना के नौबतपुर के तरेत पाली मठ में बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री की हनुमंत कथा जारी है। इस दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु कथा सुनने पहुंच रहे हैं। लेकिन बिहार की ट्रैफिक पुलिस उस मामले की जांच में जुटी है, जो बाबा बागेश्वर की मुश्किलें बढ़ा सकती है। और उन पर जुर्माना भी लग सकता है। दरअसल 13 मई को पटना एयरपोर्ट से निकलते वक्त कार में मौजूद बागेश्वर बाबा और सांसद मनोज तिवारी ने सीट बेल्ट लगाई थी या नहीं, ट्रैफिक पुलिस इसकी जांच करेगी।
सील्ट बेल्ट को लेकर होगी जांच
ट्रैफिक एसपी पूरन कुमार झा ने बताया कि इस संबंध में डीएसपी को जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। यदि दोनों ने सीट बेल्ट नहीं लगाई होगी तो कार का चालान काटा जाएगा। मालूम हो कि पटना आने के बाद सांसद मनोज यादव खुद कार चलाकर बागेश्वर बाबा को अपने साथ ले गए थे। कार चलाने के दौरान सीट बेल्ट नहीं बांधने पर एक हजार के जुर्माने के प्रावधान है।
बाबा बागेश्वर ने सुनी भक्तों की समस्याएं
धीरेंद्र शास्त्री की हनुमत कथा के तीसरे दिन सोमवार दोपहर दो बजे से दिव्य दरबार सजा। इसमें बाबा बागेश्वर ने पर्चियां निकाली। इसमें अपंगता से लेकर पति को सुधारने तक की अर्जियां थीं। बाबा ने अर्जी देने वालों की समस्या अपनी पर्ची पर पहले लिखकर उनसे समस्या पूछी। अर्जी देने वालों ने वही बतायी जो अर्जी में पहले से बाबा ने लिख रखी थी।
अगली बार दो दिन लगेगा दिव्य दरबार
छपरा की महिला को बताया कि आपका बालक चल नहीं पाता है। बालाजी की कृपा से चलने लगेगा। दो घंटे चले दिव्य दरबार के बाद जिन लोगों की पर्ची नहीं मंजूर हुई उनको बालाजी बागेश्वर के पास सामूहिक अर्जी लगवाई गई। रविवार को दिव्य दरबार नहीं सजाने की बात कही थी। आयोजन में अव्यवस्था के कारण दिव्य दरबार के लिए बेहद कम समय दिया गया है। बाबा बागेश्वर ने कहा कि अगली बार जब बिहार आएंगे तो दो दिनों तक दिव्य दरबार लगाएंगे। गया में 29 सितंबर को आने की योजना है।
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