बेतिया, 2 मई। जिले में मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत मंगलवार को बेतिया जिले से हृदय रोग की चिकित्सा के लिए 2 बच्चे आईजीआईसी पटना रवाना किए गए हैं। इस संबंध में जिले के सिविल सर्जन डॉ श्रीकांत दुबे ने बताया कि आबीएसके चिकित्सकों के द्वारा जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों, विद्यालयों व अन्य स्थानों पर कैम्प लगाकर बच्चों के स्वास्थ्य की जाँच की जाती है। जाँच के दौरान कुछ बच्चों में हृदय रोग से संबंधित लक्षण दिखाई देने पर उन्हें जिले के अस्पताल में स्क्रीनिंग की जाती है। उसके बाद बच्चों को उनके माता पिता व जरूरी कागजातों के साथ एम्बुलेंस से पटना के आईजीआईसी भेजा जाता है। यह एम्बुलेंस सेवा निःशुल्क है। वहीं हृदय रोग के गम्भीर लक्षणों वाले बच्चों को शल्य चिकित्सा हेतु सत्य साईं हॉस्पिटल अहमदाबाद भेजा जाता है।
योजना के तहत 43 प्रकार के रोगों के निःशुल्क इलाज का है प्रावधान:
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला समन्वयक रंजन कुमार मिश्रा ने बताया कि – राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत बाल हृदय योजना के तहत पश्चिम चंपारण जिला से अभिनंदन कुमार उम्र 4 साल मधुबनी एवं प्रियांटु कुमार उम्र 13 साल मैनाटांड़ को उनके अभिभावक के साथ सत्य साईं हॉस्पिटल अहमदाबाद के लिए एंबुलेंस के माध्यम से पटना भेजा गया है। जहाँ पटना से इन बच्चों को फ्लाइट से अमदाबाद के लिए ले जाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 18 वर्ष तक के बच्चों का राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत हृदय रोग का मुफ्त ऑपरेशन कराया जाता है। वहीँ बच्चों में होने वाले कुल 43 रोगों के निःशुल्क इलाज का भी प्रावधान है। इनमें चर्म रोग, दांत व आंख संबंधी रोग, एनीमिया, हृदय संबंधी रोग, श्वसन संबंधी रोग, जन्मजात विकलांगता, बच्चे के कटे होंठ व तालू संबंधी रोग शामिल हैं। बीमार बच्चों को चिह्नित करने के लिए आरबीएसके टीम द्वारा जरूरी स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। शून्य से छह साल तक के बच्चों में रोग का पता लगाने के लिए आंगनबाड़ी व स्वास्थ्य केंद्रों में छह से 18 साल तक के बच्चों में रोग का पता लगाने के लिए विद्यालय स्तर पर स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन नियमित अंतराल पर किया जाता है।
मौके पर जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ मुन्ना कुमार, जिला अनुश्रवण पदाधिकारी विनय कुमार सिंह, आरबीएसके जिला समन्वयक रंजन कुमार मिश्रा सहित बच्चों के अभिभावक और स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।
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