पटना: बिहार के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन की जेल से रिहाई के बाद बिहार में सियासी तूफान मचा है। महागठबंधन और विपक्षी दलों के बीच वार प्रति वार का दौर तेज होता जा रहा है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया में सुशील मोदी को लपेटा तो भाजपा नेता आक्रामक हो गए। सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर बड़ा गुनाह करने का आरोप लगाते हुए कहा कहा कि जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी।
दबंग और बाहुबली से राजनेता बने आनंद मोहन की रिहाई हो चुकी है। गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णय्या ह’त्याकांड में आनंद मोहन आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे। 14 साल की सजा पूरी करने के बाद नीतीश कुमार की मेहरबानी से आनंद मोहन आजाद हो गए। इसके लिए नीतीश सरकार ने जेल मैनुअल में संशोधन कर दिया। विपक्ष ने जब इस पर हाय तौबा मचाया तो शुक्रवार को नीतीश कुमार फ्रंट फुट पर आए। उन्होंने सुशील मोदी को आनंद मोहन के साथ गला मिलान करते हुए एक तस्वीर का आइना दिखाया। सीएम ने कि कल उनकी रिहाई के लिए पैरवी करते थे, आज रिहा होने पर विरोध कर रहे हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि आनंद मोहन की रिहाई कोई नई बात नहीं है। पहले भी ऐसा होता रहा है और सबकी सहमति से उन्हें जेल से रिहा कराया गया है।
नीतीश के बयान से सुशील मोदी तिलमिला गए। उन्होंने मुख्यमंत्री पर कई गं’भीर आ’रोप लगाए। सुशील मोदी ने कहा कि मैंने आनंद मोहन की रिहाई की मांग की थी पर यह नहीं कहा था कि इसके लिए जेल मैनुअल को ही बदल दीजिए। भाजपा नेता ने कहा कि नीतीश कुमार ने राज्य के सरकारी कर्मियों को सुरक्षा कवच देने के लिए रिहाई का कानून कड़ा किया था। उन्होंने खुद जेल मैनुअल में संशोधन कर तय किया था कि सरकारी सेवकों की हत्या करने वाले सजा में किसी भी प्रकार की छूट के हकदार नहीं होंगे। लेकिन, अपने ही द्वारा बनाए गए कड़े कानून को एक आदमी के हित में वापस ले लिया।
बीजेपी नेता ने नीतीश कुमार ने 2024 के लोकसभा चुनाव में राजनीतिक फायदे के लिए यह कदम उठाया है। आनंद मोहन के साथ-साथ अन्य 26 दुर्दांत अप’राधियों को इसका लाभ मिला। नीतीश कुमार ने बड़ा गुनाह किया है। इसके लिए देश की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी। सुशील मोदी ने आ’रोप लगाया कि लाखों सरकारी सेवकों से मुख्यमंत्री ने उनका सुरक्षा कवच छीन लिया है। इसकी वजह सिर्फ इतनी है 2024 में वह जीत का सपना देख रहे हैं। लेकिन उनके एक कदम की वजह से लाखों सरकारी सेवा आज सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। यह एक जघन्य अप’राध है इसके लिए उन्हें माफ नहीं किया जा सकता हैं।
Be First to Comment