मधेपुरा: बिहार में श’राबबंदी कानून लागू हुए कई साल बीत गए लेकिन सरकार और पुलिस श’राबबंदी कानून को सख्ती से लागू करा पाने में विफल साबित हो रही है। विपक्षी दल बिहार में शरा’बबंदी कानून को फेल बताकर सरकार पर सवाल उठा रहे हैं।
हालांकि बड़ी संख्या में लोग पकड़े भी जा रहे हैं बावजूद इसके श’राब के अवै’ध कारोबार से जुड़े लोग और शरा’ब के शौकीन अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे है। मामला मधेपुरा से सामने आया है जहां शरा’ब के खिलाफ अभियान चलाकर उत्पाद विभाग की टीम ने एक साथ 76 लोगों को गिर’फ्तार किया है।
दरअसल, सरकार के विशेष दिशा निर्देश पर मधेपुरा में उत्पाद विभाग की टीम ने अभियान चलाकर 76 लोगों को पकड़ा है। इस अभियान में सुपौल और सहरसा की उत्पाद विभाग की टीमें भी शामिल हुईं।
विशेष अभियान के दौरान उत्पाद विभाग की टीम ने श’राब बेचने और इसका सेवन करने वाले 76 लोगों को गिर’फ्तार किया है। गिर’फ्तार लोगों में सिंघेश्वर नगर पंचायत से मुख्य पार्षद प्रत्याशी के पति सह पैक्स अध्यक्ष समेत उसके 8 सहयोगियों को न’शे की हालत में गिर’फ्तार किया है।
मधेपुरा के उत्पाद अधीक्षक सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि तीनों जिले की टीमों द्वारा चलाये गए संयुक्त छा’पेमारी अभियान में 76 लोग गिर’फ्तार हुए हैं। जिसमें दस श’राब के मुख्य कारोबारी हैं और 66 श’राब पीने के मामले में पकड़े गए हैं। गि’रफ्तार लोगों में सिंघेश्वर नगर पंचायत से मुख्य पार्षद पद के प्रत्याशी पति सह व्यापार मंडल अध्यक्ष सह पैक्स अध्यक्ष शिवचंद्र चौधरी, जिला डीइओ ऑफिस में कार्यरत शिक्षक गुलशन शर्मा, शंकरपुर के अमीन सह कर्मचारी मनोज कुमार, ओप्पो कंपनी के सुपरवाइजर राजीव यादव, कृष्ण कुमार, सुमन कुमार, सिंघेश्वर के टायर बैट्री व्यापारी सुधीर कुमार श्रीवास्तव, श्रीकृष्णा बाइक एजेंसी सहरसा के मैनेजर हेड अमरेश कुमार शामिल हैं।
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