मुजफ्फरपुर शहर के काजीमोहम्मदपुर थाने की पुलिस ने अघोरिया बाजार स्थित प्रोफेसर कॉलोनी से मनोज तिवारी के घर से 50 कार्टन श’राब बरामद किया था। मनोज तो मौके से भाग निकला। लेकिन, उसकी पत्नी को पुलिस ने गिर’फ्तार कर लिया था।
बुधवार को जब उसे जेल भेजा जा रहा था। हाथों में हथकड़ी लगी थी। तभी दो छोटे-छोटे बच्चे आते हैं और मनोज की पत्नी डॉली के हाथ मे तीन पन्नों का लेटर थमाते हैं। फिर दोनों वहां से भाग निकलते हैं। डॉली पत्र को पढ़ने ही वाली थी। तभी महिला पुलिसकर्मी की नजर पड़ती है और उसके हाथ से लेटर छीन लेती है। जब वह इसे पढ़ती है तो चौंक जाती है। यह मनोज ने लिखा था। पत्र बहुत इमोशनल था। हालांकि इसमें कोई आपत्तिजनक बात नहीं लिखी थी। सिर्फ इसमें ढांढस बंधाने और दिलासा देने वाली बातें लिखी थी।
तुम्हें मेरी कसम, जेल में मत रोना
पत्र में लिखा है कि डॉली तुम मेरा बेटा है। जेल में अच्छे से रहना। रोना मत। तुमको मेरी कसम है। सब लोग तुम्हारे साथ है। धैर्य से रहना। वहां भी तुमको पत्र मिलता रहेगा। 10 से 20 दिन में छूट जाओगी। हमपर भी केस हो गया है। इसलिए हम नहीं मिलने आएं हैं। जेल में किसी अच्छी महिला से घुल मिल कर रहना। हमको तुमपर भरोसा है। सब सेट हो गया है। पूरा काम हो जाएगा। विश्वास रखना। एक दो दिन में सोनी तुमसे मिलने जाएगी। जो नहीं समझ में आए। वह किसी से पूछ लेना। या पुलिस वाले से पूछ लेना। कोई बात नहीं है। घबराना नहीं। ऐसा होता रहता है।
घर से मिली थी शरा’ब की खेप
बता दें कि एक दिन पूर्व काजीमोहम्मदपुर थानेदार दिगम्बर कुमार ने गुप्त सूचना मिलने पर मनोज के घर पर छा’पेमारी की थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि वहां उत्तर बिहार के बड़े शरा’ब मा’फिया जुटे हुए हैं और शरा’ब खरीद-बिक्री की डील हो रही है।
हालांकि जब वहां पुलिस पहुंची तो डॉली के अलावा कोई नहीं मिला। कहा जाता है धं’धेबाज़ वहां से पहले ही निकल गए थे। घर की तलाशी लेने पर वहां से 50 कार्टन शराब बरामद हुई। डॉली को गिरफ्तार कर लिया गया।
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