रोहतास जिला में शरा’बबंदी को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस एड़ी चोटी एक किए हुए हैं लेकिन फिर भी अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की लाप’रवाही सामने आते रहती है. इसी सिलसिले में काराकाट थानाध्यक्ष दिवाकर कुमार पर निलंबन की कार्रवाई हुई है.
बता दें कि रविवार को काराकाट थाना क्षेत्र के जयश्री गांव में श्रवण राम नामक एक सेवानिवृत्त अंचल निरीक्षक की मौत हो गई थी. मौत के बाद मृतक के पुत्र SBI बैंक कर्मी राणा प्रताप बहादुर ने अपने पिता के बारे में बताया था कि उनके पिता की मौत शराब पीने से हो गई है.
इसके बाद पुलिस प्रशासन में हड़’कंप मच गया था. इलाज के दौरान जयश्री गांव के ही मुन्ना साह नामक एक अन्य व्यक्ति की भी मौ’त पटना में हो गई थी जिसके बाद रोहतास के एसपी आशीष भारती के निर्देश पर बिक्रमगंज के डीएसपी शशि भूषण सिंह के नेतृत्व में एक जांच टीम गठित की गई. इस टीम की रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की गई है.
बता दे कि उस शराब कांड में इलाके में चर्चा थी कि जयश्री गांव के तीन लोगों की मौत हुई थी जिसमें मात्र एक मृतक श्रवण राम के पुत्र ने शराब पीने की बात स्वीकारी थी जबकि जितेंद्र साह एवं मुन्ना साह की भी संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई थी. वहीं दबी जुबान में ग्रामीणों ने बताया था कि गांव के ही शिवजी साह के आंखों की रोशनी चली गई हैं. स्थानीय स्तर पर इलाज करने के बाद वह घर चला आया हैं.
इस मामले की जांच के लिए रोहतास के एसपी आशीष भारती ने बिक्रमगंज के डीएसपी शशि भूषण सिंह को मौके पर भेजा था. जिसके बाद डीएसपी ने पूरे मामले की जांच की.
जांच रिपोर्ट के आधार पर काराकाट के थानाध्यक्ष एवं चौकीदार पर कार्रवाई की गई है. जांच में यह बात सामने आया कि गांव के कुछ लोग चोरी छुपे शराब बेचने का काम करते हैं. डीएसपी की जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी ने कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष दिवाकर कुमार तथा चौकीदार रकीब खा को निलंबित कर दिया.
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