नवादा: मौसम विभाग ने बिहार के 16 जिलों में बारिश और बज्रपात का अलर्ट जारी किया था. अलर्ट के कुछ ही देर बाद संबंधित जिलों में मौसम का मिजाज बदल गया. आसमान में काले-काले बादल छा गए और बारिश शुरू हो गई. अलर्ट वाले जिलों की लिस्ट में नवादा का नाम भी शामिल था.
नवादा में तकरीबन एक सप्ताह के बाद झमाझम बारिश हुई. इससे शहर के कई हिस्सों में जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई. सदर अस्पताल तक में जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई. शहरी इलाकों में जहां लोगों की परेशानियां बढ़ गईं, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में खेतीबारी करने वालों को इससे राहत मिली. किसानों की बांछें खिल गईं.
बता दें कि मानसून के समय में धान की खेती व्यापक पैमाने पर की जाती है. धान की फसल के लिए पर्याप्त मात्र में पानी की जरूरत होती है. इस बार सामान्य से काफी कम बारिश होने के कारण खेतीबारी का काम बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. किसानों को इस बारिश का पहले से इंतजार था.
तकरीबन एक सप्ताह के बाद हुए मूसलाधार बारिश के बाद नवादा के विभिन्न इलाकों की तस्वीर बदल गई. जोरदार बारिश से कई स्थानों पर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई.
सर्वाधिक जलजमाव नवादा सदर अस्पताल में देखने को मिला, जहां अस्पताल के एक्सरे, सर्जिकल वार्ड, पोस्टमॉर्टम हाउस, सीएस ऑफिस और अस्पताल कार्यालय जाने वाले रास्ते में पानी भर गया. अस्पताल परिसर में जलजमाव होने के कारण मरीज के परिजन सबसे ज्यादा प्रभावित हुए.
सदर अस्पताल के लगभग सभी हिस्सों में जलजमाव की स्थिति देखने को मिली. वहीं, लगभग 2 घंटे की मूसलाधार बारिश से शहर के प्रमुख मार्ग पर भी पानी भर गया.
इस वजह से शहर का सब्जी बाजार, कचहरी रोड, स्टेशन रोड समेत कई इलाके में जलजमाव की स्थिति बनी रही. शुक्रवार दोपहर बाद हुई मूसलाधार बारिश से नगर परिषद की व्यवस्था की पोल भी खुल गई. नालों की सफाई के दावे खोखले साबित हुए.
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