सीतामढ़ी: नगर थाना स्थित रे’ड ला’इट एरिया में पुलिस की छा’पेमारी में सनसनीखेज खुलासा हुआ है. जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के आला धिकारियों के द्वारा की गई इस छापेमारी में 5 नाबालिग लड़कियों को यह से मुक्त कराया गया जिससे जब’रन ‘दे’ह व्यापार का धं’धा कराया जा रहा था.
कई ग्राहक और महिला दलाल भी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं. बताया जा रहा है कि एनजीओ की शिकायत पर पुलिस ने इलाके में छापेमारी की जिससे हड़कंप मच गया.
तकरीबन तीन घंटे तक चली इस छापेमारी में बड़ी संख्या में पुलिस बल के जवानों को लगाया गया था. पहले पुलिसवाले ग्राहक बनकर इलाके में पहुंचे उसके बाद उनकी निशानदेही पर बड़ी तादाद में पुलिस बल के जवानों को यहां बुलाकर छापेमारी शुरू कर दी गई.
कहा जाता है कि जिन नाबालिग लड़कियों को यहां से मुक्त कराया गया है उनको जमीन के अंदर तहखाने में छिपाकर रखा गया था. बचपन बचाओ आंदोलन, महिला हेल्प लाइन और चाइल्ड लाइन के लोग भी इस छापेमारी में शामिल थे.
गौरतलब है कि तकरीबन एक साल पहले इस रेड लाइट एरिया में दिल्ली के एक एनजीओ के शिकायत पर पुलिस ने छापेमारी की थी. इस रेड में दिल्ली की लड़की समेत बंगलादेश और नेपाल की लड़कियों को यहां से मुक्त कराया गया था.
बताया जाता है कि प्यार के जाल में फंसाकर लड़कियों को लाकर यहां बेचने का काम किया जाता है. फिर उनसे जबरन देह व्यापार का काम कराया जाता है. मिली जानकारी के अनुसार जो लड़कियां काम करने से एतराज करती है उन्हे तरह तरह से प्रताड़ित करने का काम किया जाता है.
सीतामढ़ी के वरीय उप समाहर्ता मनीष शर्मा ने बताया कि इस छापेमारी में सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मियों को लगाया गया था. प्रशासन को सूचना थी कि यहां पर जबरन नाबालिग लड़कियों से देह व्यापार का धंधा कराया जाता है. इसी सूचना के आधार बनाकर पहले जानकारी इकट्ठी की गई फिर यहां पर पुलिस ने छापेमारी की.
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