बिहार : सुदुर गांव के दुर्गम इलाके में जहां चारपहिया वाहन नहीं पहुंच सकते हैं तो बस एक फोन करने की जरुरत हैं और 30 मिनट में मोटर बाइक एंबुलेंस पहुंच जाएगी। पूर्णिय जिले में मरीजों तक मोटर बाइक एंबुलेंस पहुंचेगी। बाढ़ प्रभावित चार प्रखंडों बायसी, बैसा, अमौर और डगरूआ में गर्भवती और नवजात को इसका लाभ मिलेगा। दरअसल, वाहन के अभाव में या देरी होने पर कई बार प्रसूता और बी’मार बच्चे की मौ’त हो जाती है।
पूर्णिया जिले को छोड़कर ऐसी व्यवस्था कुछ ही जिलों में है। एंबुलेंस बाइक से चलेगी। एंबुलेंस में मरीज के लेटने की व्यवस्था है। इसमें मास्क, ऑक्सीजन समेत बाकी जरूरी मेडिकल किट की व्यवस्था है। फिलहाल दस बाइक एंबुलेंस को हरी झंडी देकर रवाना किया गया है। पूर्णिया आकांक्षी जिलों में शुमार है। हाल के कुछ वर्षों में बेहतर प्रदर्शन के बाद पूर्णिया जिले को आठ करोड़ का इनाम मिला है।
नीति आयोग के इनाम से ही पूर्णिया में स्वास्थ्य सुविधा को लेकर साजोसामान खरीदा गया है। इसमें दस मोटर बाइक एंबुलेंस भी शामिल हैं। इसकी बॉडी विशेष तौर पर पुणे से डिजायन कर मंगायी गयी है ताकि मरीज को किसी तरह की दिक्कत न हो। संयुक्त सचिव आर्थिक कार्य विभाग बलदेव पुरुषार्थ ने जिलाधिकारी राहुल कुमार के साथ हरी झंडी देकर बाइक एंबुलेंस को रवाना किया। इस मौके पर डीडीसी मनोज कुमार, सिविल सर्जन एसके वर्मा, डीपीएम हेल्थ ब्रजेश कुमार, जिला योजना पदाधिकारी संदीप कुमार समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
संयुक्त सचिव आर्थिक कार्य विभाग बलदेव पुरुषार्थ ने बताया कि पूर्णिया आकांक्षी जिलों में शामिल है। नीति आयोग से मिली राशि से इस साजोसामान की खरीद की गयी है। बाइक एंबुलेंस दुर्गम स्थलों तक पहुंचेगी। 30 मिनट में एंबुलेंस मरीजों के बीच होगी। इस सेवा का जरूरतमंदों को लाभ मिलेगा।
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