कोरोना संक्रमित देशों से 16 मार्च को 10 लोग जिले में पहुंचे हैं। इसमें से चार सदर अस्पताल के चार किमी के दायरे के रहने वाले हैं। वहीं, छह अन्य जिले के अलग-अलग हिस्सों के हैं। देश के विभिन्न एयरपोर्ट पर उतरने के बाद सभी की खोज हो रही है। स्टेट सर्विलांस यूनिट ने उसका पता जारी करते हुए अधिकारियों को उन्हें खोजने, चेकअप व निगरानी का निर्देश दिया है।
कोरोना संक्रमित देश से आने वाले सभी व्यक्ति की ट्रैकिंग की जा रही है, लेकिन अब तक किसी व्यक्ति तक प्रशासन पहुंच नहीं पाया है। इसमें से एक व्यक्ति ने अपना पता सूतापट्टी बैंक रोड लिखाया है। स्टेट सर्विलांस यूनिट के पास इसका मोबाइल नम्बर उपलब्ध है, लेकिन मोबाइल पर उससे संपर्क नहीं हो पा रहा है। वहीं, शहर में तीन अन्य लोगों में एक जाकरिया कॉलोनी, दूसरा वीसी लेन व तीसरा शुक्ला रोड स्थित जोहरा गली का रहने वाला है। इसके अलावा छह अन्य लोग मोतीपुर, गायघाट सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्र के रहने वाले हैं। यूनिट ने अलर्ट जारी करते हुए इन सभी का मोबाइल नम्बर स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध करा दिया है। साथ ही जल्द से जल्द इन व्यक्तियों तक पहुंचने को कहा है।
बिना जांच के ही 124 लोग आए उत्तर बिहार
स्टेट सर्विलांस यूनिट ने जो सूची जारी की है, वह चिंताजनक है। सूची के अनुसार 16 मार्च को कुल 214 लोग देश के दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु व अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उतरने के बाद बिना जांच कराए चलते बने। इन 214 लोगों में उत्तर बिहार के 124 लोग शामिल हैं जो मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सीतामढ़ी, सीवान, मधुबनी, गोपालगंज, सीवान, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण के रहने वाले हैं। यूनिट ने इन सभी को ट्रैक कर इनकी निगरानी के आदेश दिए हैं।
मुखिया व चौकीदार देंगे विदेश से आने वालों की जानकारी
सरकार ने कोरोनासे लड़ाई में पंचायतों के मुखिया व चौकीदारों की सहायता लेने का निर्णय लिया है। उनको अपने-अपने पंचायत की निगरानी का निर्देश दिया गया है। कहा गया है कि यदि आपके पंचायत में विदेश से कोई आता है तो इसकी सूचना प्रशासन को दें। अगर वह स्वस्थ्य दिख रहा हो तो भी उसकी जांच जरूरी है। उसे 14 दिनों तक अन्य लोगों से संपर्क नहीं करने दिया जाएगा।
आइसोलेशन वार्ड में दंडाधिकारी व पुलिस की तैनाती
कोरोना संक्रमण की जांच के लिए आइसोलेशन वार्ड से लोगों के भागने की लगातार सूचना के बाद सख्त निर्णय लिया गया है। राज्य सरकार ने सभी आइसोलशन वार्ड को दंडाधिकारी व पुलिस बल की निगरानी में रखने का निर्देश दिया है। इसके लिए सभी डीएम को आदेश दिया गया है कि जहां भी आइसोलेशन वार्ड बनाये गए हैं, वहां कम से कम एक दंडाधिकारी व आवश्यकता अनुसार पुलिस बल की तैनाती करें। साथ ही आदेश दिया गया है कि किसी भी स्थिति में चिकित्सक की अनुमति के बिना किसी को आइसोलेशन वार्ड से बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी। इसके लिए संबंधित दंडाधिकारी व तैनात पुलिस बल जिम्मेदार होंगे।
source: Hindustan
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