मुजफ्फरपुर। दो दिनों से बारिश नहीं होने के बावजूद शहर के प्रमुख मार्ग मोतीझील रोड झील में तब्दील है। सोमवार को शहर के तिलक मैदान रोड में जलजमाव में हल्की कमी आयी है। लेकिन अभी भी कई मुहल्लों में जलजमाव की समस्या बनी हुई है। हालत यह है कि शहर 70 प्रतिशत इलाका जलमग्न है।
पानी घटने से राहगीरों को आवागमन में सहूलियत हो रही है। वहीं कारोबारियों ने राहत की सांस ली। अगर रात में बारिश नहीं हुई तो जलजमाव में और गिरावट आयेगी। बारिश हुई तो फिर यथावत दृश्य हो जायेगा।
शहर के प्रमुख व्यापारिक स्थल कल्याणी चौक से लेकर स्टेशन तक सड़क झील में तब्दील है। सोमवार को छह बजे शाम में लगभग एक फीट जलजमाव था। जिसके होकर राहगीर आवागमन कर रहे थे।
तिलक मैदान रोड में लगभग पौन फीट सड़क पर जल जमा था। चैपमैन स्कूल रोड में लगभग आधा फीट जलजमाव अभी भी है। जिससे होकर राहगीर आवागमन कर रहे है। धर्मशाला चौक रेलवे पुल से लेकर स्टेशन तक जलमग्न है। इस मार्ग में लगभग एक फीट पानी सड़क पर लगा है।
सरकारी चिकत्सिा केन्द्र सदर अस्पताल में लगभग आधा से एक फीट जलजमाव था। अस्पताल के दक्षिणी छोर सर्फि महिला वार्ड के तरफ जलजमाव नहीं है। बाकी प्रांगण जलमग्न है।
पानी हेलकर मरीज के परिजन एवं कर्मचारी आवागमन कर रहे है। हरिसभा चौक एवं रज्जू साह लेन में सड़क पर लगभग एक फीट जलजमाव है।
मिठनपुरा चौक से दक्षिण मिठनपुर लाला मुहल्ला का अभी बुरा हाल है। वार्ड 49 में पड़ने वाला मुहल्ला में लगभग डेढ़ फीट जलजमाव है। चंद्रलोक चौक के पास लगभग एक फीट पानी अभी लगा है। मालीघाट, शास्त्रीनगर, बेला, शेरपुर, अतरदह आदि मुहल्लों में जलजमाव की समस्या बनी हुई है।
पानी निकालने के काम में निगम प्रशासन उदासीन रवैया अपना रखा है। मानो कि उन्हें कोई लेना देना नहीं है। सर्फि टैक्स उगाही ही करना उनका काम रह गया है। निगम के जनप्रतिनिधि भ्भी जनता की समस्या को नजरअंदाज कर रहे हैं।
अखाड़ाघाट स्थित सबसे बूरा हाल तो अहियापुर से मेवा चौक एवं जियालाल चौक से शेखपुर माई स्थान जाने वाली सड़क का है। माई स्थान के पास एक फीट पानी लगा है। इसके साथ ही नाजीपुर, बैंक कॉलोनी, शेखपुर, गणेशपुर, प्रभातनगर, चाणक्यपुरी आदि इलाकों में एक से डेढ़ फीट जलजमाव है।
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