पटना समेत अन्य जिलों में लगातार हो रहे कौवों की मौ’त के बाद जू प्रशासन अलर्ट हो चुका है. जू में एहतियात के तौर पर जानवर व पक्षियों की निगरानी में डॉक्टरों की टीम को मुस्तैद रखा गया है. जू के पशुपालक और सफाई कर्मियों को मास्क लगाकार जू के अंदर काम करने का निर्देश मिला है.
जू परिसर समेत जानवरों के केज की सफाई में संक्रमण मुक्त दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है. जू गेट के बाहर पानी पाथ बनाए गए हैं. दर्शकों को इसमें पैर डुबोकर अंदर जाना होगा. वहीं वाहनों को अंदर आने के लिए इस पाथ से होकर आना होगा. जू प्रशासन इसको लेकर काफी सजग हो चुका है. दरअसल जू में 2018 में बर्ड फ्लू फैला था, जिसमें छह मोरों की मौत हुई थी.
जू को संक्रमण मुक्त करने में एक महीने का वक्त लग गया था. इस बीच जू दर्शकों के लिए बंद रहा था. जू निदेशक अमित कुमार ने बताया कि जू परिसर को संक्रमण मुक्त बनाए रखने के लिए दवा का छिड़काव समेत हर तरह के जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं.
आज कौवों की मौ’त पर आएगी रिपोर्ट
अब तक कौवों की मौ’त का कारणों का पता नहीं चल पाया है. यह सिर्फ आशंका जताई जा रही कि यह मौ’त बर्ड फ्लू से हो रही है. वेटनरी डॉक्टरों ने इसका सैंपल कोलकाता लैब में भेजा है, जिसकी आधिकारिक रिपोर्ट संभवत: आज आएगी. बिहार वेटनरी कॉलेज के डॉक्टर अजीत कुमार ने बताया कि आज कहीं से कौवे की म’रने की सूचना नहीं मिली है. पहले के भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट शुक्रवार को आएगी.
(इस खबर को मुजफ्फरपुर न्यूज़ टीम ने संपादित नहीं किया है. यह हिंदुस्तान फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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