बिहार विधानसभा के पांच दिवासीय सत्र के अंतिम दिन सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान विपक्ष की ओर से एक के बाद एक तल्ख, निजी और अमर्यादित टिप्पणियों का दौर चला। इसे लेकर सत्तापक्ष भी आक्रोशित रहा। इससे सदन का माहौल काफी गरमा-गरमी का रहा। हो-हल्ला और हंगामे के बीच नेता विपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव के बोल बिगड़े और उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कई निजी हमले भी किए। जवाब में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि झूठ बोल रहा है। कुछ भी बोलते रहता है। वहीं, सत्तापक्ष ने जब एतराज जताया तो आपा खोते हुए तेजस्वी यादव ने सत्तापक्ष के लोगों को डरे हुए, चोर और बेईमान लोग तक कह डाला।
सीएम पर हत्या का मुकदमा चला, जुर्माना भी हुआ: तेजस्वी
विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि 1991 में सीएम पर हत्या का मुकदमा चला, जिसे बिना किसी पूछताछ के रफा-दफा कर दिया गया। कंटेंट चोरी के मामले में एक मुख्यमंत्री रहते इन्हें 25 हजार का जुर्माना भरना पड़ा। नेता विपक्ष ने सृजन घोटाले की भी चर्चा की। कहा कि सीएम कहते हैं कि उन्हें जानकारी नहीं थी। लेकिन सीएजी की रिपोर्ट, आरबीआई का पत्र, सीएमओ को भेजा गया मेल और बैंक का स्टेटमेंट सबकुछ हमलोगों के पास है। यह भी आरोप लगाया कि सुशील मोदी की बहन के खाते में करोड़ों का ट्रांजेक्शन हुआ। कहा, 15 साल के एनडीए शासनकाल में 30 हजार करोड़ के करीब 60 घोटाले हुए हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि पिछले सदन में कोरोना पर कमेटी गठित करने का निर्णय हुआ था। अब तक कमेटी नहीं बनी। सदन में झूठ बोला जाय तो उससे बड़ी बात क्या होगी।
बेटी के डर से पैदा नहीं किए दूसरी संतान
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमलोग मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे थे जबकि मुख्यमंत्री लोगों के बच्चे गिन रहे थे। उन्होंने मेरे पिता लालू यादव को लेकर कहा कि लड़कियों पर भरोसा नहीं था तो लड़कों की चाहत में लड़कियां पैदा करते रहे। उन्हें नहीं पता कि हम दो भाइयों के बाद भी एक बहन है। तेजस्वी ने आगे कहा कि आपको एक बेटा है, है कि नहीं वही बताएंगे। लोग तो यह भी कह सकते हैं कि आपने बेटी होने के डर से दूसरी संतान पैदा नहीं की।
जनमत की चोरी हुई
तेजस्वी यादव ने कहा कि यह सरकार चोर दरवाजे से आई है। चेहरे की बात होती थी कि हम पिछली बार उन्हीं के चेहरे पर जीतकर आए। इस बार उसी चेहरे पर जदयू तीसरे नम्बर की पार्टी हो गयी जबकि हम अपने चेहरे पर पिछली बार से दोगुनी सीट पर आए हैं। दावा किया कि सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच वोटों का अंतर महज 12 हजार 270 वोट है लेकिन सीटें उन्हें 16 अधिक मिल गईं। ऐसा तब हुआ जब कई क्षेत्र में तीन-तीन हजार बैलेट वोट रद्द किए गए हैं।
झूठ बोल रहा है, बकवास कर रहा: नीतीश कुमार
सदन में तेजस्वी यादव की अमर्यादित टिप्पणी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बकवास कर रहा है। झूठ बोल रहा है। कुछ भी बोलते रहता है। विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि अगर ऐसी बात है तो आप जांच करवाइए। इसके खिलाफ कार्रवाई होगी। यह झूठ बोल रहा है। आज यह चार्जशीटेट है। भाई समान दोस्त का बेटा है, इसलिए हम सुनते रहते हैं। हम कुछ नहीं बोलते हैं। इसके पिता को कौन लोकदल में विधायक दल का नेता बनाया था? सबलोग एक-एक बात जानते हैं। इसको डिप्टी सीएम किसने बनवाया था? वर्ष 2017 में जब आरोप लगा तो मैंने कहा एक्सप्लेन करो। जब एक्सप्लेन नहीं किया तो तब हमने छोड़ दिया।
आगे बढ़ना है तो कुछ मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए
मुख्य’मंत्री ने बाद में अपने संबो’धन में यह भी कहा कि आगे ब’ढ़ना है तो कुछ मर्या’दा का ध्यान रख’ना चाहिए। अम’र्यादित कोई का’म करने की जरू’रत नहीं है। कि’सी के ऊपर कोई भी आ’रोप लगा सकता है। लेकिन जो दो’षी हो’ता है, उस पर कार्र’वाई तो होती है। कहा कि बहु’मत पर बहुत लोग बो’लते रहते हैं। इधर 125 है, तो क्या की’जिएगा? जिस’के पास 122 सी’टें होगी, उसकी सर’कार बनेगी। ज’हां तक वोट की बात है तो एक वो’ट से जीत भी जीत हो’ती है। अगर कि’सी को लगे’गा कि यह गल’त है तो वह जा सक’ता है कोर्ट में।
विप’क्ष पर किया हम’ला
मुख्य’मंत्री ने विपक्ष पर हम’ला करते हुए कहा कि व’र्ष 2005 तक बि’हार में मात्र 700 मेगा’वाट बिजली की ख’पत थी, जो आज बढ़’कर छह हजार मेगा’वाट हो गई है। 2005 में स्कू’लों में 12.5 प्रति’शत बच्चे बाहर थे, जि’नका नामां’कन कराया। 2005 के पह’ले अस्प’ताल में इलाज सी व्य’वस्था नहीं थी। म’हीने में 39 मरीज प्राथि’मक स्वा’स्थ्य केंद्र में आते थे। आज प्रति मही’ना दस ह’जार मरी’ज यहां आते हैं।
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