NEW DELHI : उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित युवती से गैं’गरे’प और बर्ब’रता के बाद सुप्रीम को’र्ट ने सुनवाई के दौरान राज्य सरकार से पी’ड़ित परिवार की सुर’क्षा को लेकर सवा’ल किया। जिसके बाद राज्य सरकार ने ए’क्शन में आते हुए पी’ड़ित परिवार के घर पर सीसीटीवी लगाए और पुलिसकर्मियों को भी बड़ी तादाद में तै’नात किया है।
पुलिस ने कहा कि पी’ड़ित परिवार की सुर’क्षा के लिए 60 सुरक्षाकर्मियों को तै’नात किया गया है और घर पर आठ सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन्हें क’थित तौर पर परिवार के सदस्यों की सुर’क्षा सुनि’श्चित करने के लिए लगाया गया है। नोडल अधिकारी के रूप में लखनऊ से हाथरस भेजे गए डीआईजी शलभ माथुर ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो एक नियंत्रण कक्ष भी वहां स्थापित किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘पी’ड़ित परिवार की सुर’क्षा के लिए महिलाओं सहित 60 कर्मियों को 12 घंटे की शि’फ्ट पर तै’नात किया गया है। इन कर्मियों की निग’रानी के लिए एक राजपत्रित अधिकारी भी तै’नात किया जाएगा। सीसीटीवी कैमरों की म’दद से पी’ड़ित के घर की निग’रानी दौर में की जाएगी।’ हाथरस के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विनीत जायसवाल ने कहा कि घर के प्रवेश पर पुलिसकर्मियों द्वारा आने वाले लोगों के लिए एक रजिस्टर रखा जा रहा है। प्रत्येक परिवार के सदस्य और गवाह की व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए दो सुर’क्षाकर्मी प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि अ’ग्निश’मन विभाग की एक टीम और दो स्थानीय खु’फिया इकाई के कर्मचारी भी वहां तै’नात हैं।
एसपी ने कहा, “घर के मुख्य द्वार पर एक मेटल डिटे’क्टर लगाया गया है और त्वरित प्रतिक्रि’या दल भी हैं। आठ सीसीटीवी कैमरों की म’दद से सुर’क्षा सुनिश्चित की जा रही है।” बता दें कि 19 वर्षीय दलि’त युवती का 14 सितंबर को कथित रूप से गैं’गरे’प किया गया था, जिसके बाद गंभी’र चो’टों आने के बाद उसे अलीगढ़ के जेएन मेडि’कल कॉलेज अस्प’ताल में भ’र्ती कराया गया था। हाल’त में सु’धार के कोई संकेत नहीं मिलने के बाद उसे 28 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्प’ताल में रे’फर किया गया था।
दिल्ली के सफदरजंग अस्प’ताल में उसकी मौ’त हो गई। पीड़िता का 30 सितंबर को उसके घर के पास रात में अंति’म सं’स्कार किया गया था। उसके परिवार ने आ’रोप लगाया कि उन्हें स्थानीय पुलिस ने जल्दबा’जी में उसका अंतिम संस्कार करने के लिए मज’बूर किया। हालांकि, स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने कहा था कि “परिवार की इच्छा के अनुसार” अंति’म सं’स्कार किया गया था। राज्य सरकार ने पहले ही मामले में सीबीआई जां’च की सिफा’रिश की है और एफएसएल रिपोर्ट का हवा’ला देते हुए बला’त्कार के आ’रोपों से इन’कार किया है।
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