जन्माष्टमी 2024 : मथुरा और वृंदावन में अलग-अलग दिन जन्माष्टमी मनेगी। पंचांग भेद के कारण दोनों जगह जन्माष्टमी के लिए अलग-अलग तारीख तय की गई हैं। बांकेबिहारी मन्दिर के सेवायत आचार्य ने बताया कि मंदिर में जन्माष्टमी 27 अगस्त को मनाई जाएगी। रात लगभग 12 बजे ठाकुर का महाअभिषेक होगा मगर इसके दर्शन भक्तों को नही होंगे। लगभग दो बजे मंगला आरती होगी और 5 बजे मन्दिर के पट बन्द हो जाएंगे।इस मन्दिर में मंगला आरती वर्ष में केवल एक ही बार होती है।
वृन्दावन के सप्त देवालयों में राधारमण मन्दिर एवं राधा दामोदर मन्दिर में जन्माष्टमी दिन में मनाई जाएगी। इस बार इन दोनो मन्दिरों में यह पर्व 27 अगस्त को मनाया जाएगा । राधारमण मन्दिर के सेवायत आचार्य ने बताया कि गोपाल भट्ट गोस्वामी ने दिन में जन्माष्टमी मनाने की परंपरा डाली थी।
राधा दामोदर मन्दिर के सेवायत आचार्य ने बताया कि शाह जी मन्दिर में यद्यपि सप्त देवालयों की श्रेणी में नही आता किंतु इस मन्दिर में भी जन्माष्टमी दिन में ही मनाई जाती है। उन्होंने बताया कि गोकुलानन्द मन्दिर, एवं मदनमोहन मन्दिर में 27 अगस्त को तथा गोपीनाथ मन्दिर , रंग जी मन्दिर एवं राधाश्यामसुन्दर मन्दिर, में जन्माष्टमी 26 अगस्त को मनाई जाएगी। इसी श्रंखला में रंगजी मन्दिर में 27 अगस्त को लटठे के मेले का आयोजन होगा।महाबन के नन्दभवन चैरासी खंभा मन्दिर के कन्हैयालाल के अनुसार इस मन्दिर में जन्माष्टमी 26 अगस्त को मनाई जाएगी।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान के मन्दिरों में और प्राचीन केशवदेव मन्दिर एवं इस्कान मन्दिर में जन्माटमी 26 अगस्त को मनाई जाएगी। श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव ने बताया कि इस बार की जन्माष्टमी विशेष प्रकार से मनाई जाएगी जब कि भारत विख्यात द्वारकाधीश मन्दिर के जनसंपर्क एवं विधि विशेषज्ञ ने बताया कि मन्दिर इस बार की जन्माष्टमी में आध्यात्मिकता का माॅडल होगा।
Be First to Comment