मौसम विभाग के मुताबिक, इस साल मानसून सीजन में बादल खूब बरसेंगे और देशभर में औसतन 87 सेंटीमीटर बारिश होगी। मौसम विभाग ने दक्षिण-पश्चिम मानसून का दीर्घकालीन पूर्वानुमान जताते हुए कहा है कि मानूसन के मौसम यानी जून से सितंबर के बीच सामान्य से अधिक (106% से ज्यादा) बारिश होने का अनुमान है।
इसके साथ ही देशभर के अधिकांश इलाकों में सामन्य बारिश हो सकती है लेकिन उत्तर-पश्चिमी राज्यों यानी राजस्थान, गुजरात, पंजाब और जम्मू कश्मीर, ओडिशा, पश्चिम बंगाल के गंगीय इलाके और पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों में सामान्य से भी कम बारिश दर्ज किए जा सकते हैं। IMD ने कहा है कि सामान्य से ज्यादा बारिश (104 से 110%) की संभावना 29 फीसदी है।
बता दें कि अल-नीनो और ला-नीना मौसमी पैटर्न हैं। यह महासागरों में तापमान की स्थिति पर बनता है। जिस साल अल-नीनो का प्रभाव होता है, यानी महासगारीय जल का तापमान ज्यादा होता है, उस साल मानसून कमजोर होता है और सामान्य से कम बारिश दर्ज की जाती है, जबकि ला-नीना उससे उलटा है। जब ला-नीना का प्रभाव होता है तो मानसूनी जलवायु अनुकूल होती है और उस साल मानसूनी बारिश सामान्य या सामान्य से ज्यादा होती है।
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