वसंत पंचमी ही वह तिथि है जब देवी सरस्वती प्रकट हुई थी, इसलिए इस दिन देवी सरस्वती की पूजा का विधान है। ऐसा कहा जाता है कि मां सरस्वती इस दिन बच्चों को विद्या धन का आशीर्वाद प्रदान करती हैं। ऐसा कहा जाता है कि खुद ब्रह्मदेव ने अपने कमंडल के जल से विद्या की देवी सरस्वती को ज्योति स्वरूप में प्रकट किया था। इस साल वसंत पंचमी 14 फरवरी को मनाई जाएगी।
इस दिन स्कूल कॉलेजों में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन पीले वस्त्र पहनकर पीले फूलों से मां सरस्वती की अराधना करनी चाहिए। विद्या का आशीर्वाद लेने के लिए इस दिन घरों में भी बच्चों की पुस्तक आदि का पूजन किया जाता है। कुछ लोग इस दिन पीली वस्तुओं का दान भी करते हैं।
आपको बता दें कि जिस दिन से वसंत ऋतु की शुरुआत होती है, उस दिन बसंत पंचनी का पर्व मनाया जाता है। इस ऋतु में मौसम सुहाना होता है। खेतों में सरसों की फसल, आम के पेड़ पर मंजरी, चारों तरफ हरियाली और गुलाबी ठंड होती है।
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