पटना: 22 जनवरी को अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। समारोह में देश विदेश से बड़े-बड़े नेता, संत, महात्मा और विभिन्न क्षेत्रों की बड़ी हस्तियां शामिल होने वाली हैं। बिहार के मुख्यमंत्री इसमें जाएंगे या नहीं, यह सवाल सियासी गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस बीच सरकार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने अपने मुख्यमंत्री के प्रोग्राम की जानकारी दी है। उन्होंने यह भी कहा है कि जेडीयू और नीतीश कुमार भगवान राम में पूरी आस्था रखते हैं।
अशोक चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री खुद तय करेंगे कि उन्हें अयोध्या जाना है या नहीं। भवन निर्माण मंत्री ने कहा मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है। यह फैसला करना पूरी तरह नीतीश कुमार के अपने अधिकार क्षेत्र में है। उन्होंने बताया कि 21 और 22 जनवरी का मुख्यमंत्री का कार्यक्रम पहले से तय है। बताया कि 21 जनवरी को एक मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन होना है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उसमें खुद जाएंगे। दरअसल 500 बेड और 100 एमबीबीएस सीट वाले श्री राम जानकी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की स्थापना समस्तीपुर में की गई है। जिसका उद्घाटन सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव करेंगे।
अशोक चौधरी ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री 22 जनवरी को भी व्यस्त हैं। उन्हें विकास योजनाओं के उद्घाटन शिलान्यास कार्यक्रम में जाना है। लेकिन मुख्यमंत्री कभी भी अपना प्रोग्राम बदल सकते हैं। अशोक चौधरी ने दावा किया की मुख्यमंत्री की भगवान के प्रति श्रद्धा और समर्पण बहुत ज्यादा है। बिहार के जनता की भलाई और राज्य के विकास के लिए अक्सर भगवान से प्रार्थना करते रहते हैं । भगवान राम में भी उनकी गहरी और अटूट आस्था है।
इधर जदयू के के मुख्य प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा है कि अभी तक मुख्यमंत्री को अयोध्या जाने का निमंत्रण नहीं मिला है। न्योता मिलने के बाद हमारे नेता बैठकर इस पर विचार करेंगे कि जाना है या नहीं जाना है। लेकिन, जेडीयू राम मंदिर और प्राण प्रतिष्ठा के पक्ष में है। इसमें सब की सहभागिता होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी मंदिर, भगवान राम और आस्था पर सियासत कर रही है जो गलत है। यह तुच्छ राजनीति है। जेडीयू उसका विरोध करती है।
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