मुजफ्फरपुर: बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक 29 दिसंबर शुक्रवार की देर शाम एक बार फिर से अचानक मुजफ्फरपुर पहुंच गए, इससे शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों में हड़कंप मच गया। यहां केके पाठक ने अपनी पाठशाला सजा दी और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। केके पाठक ने मुजफ्फरपुर में नवनिर्मित भवन में बैठ कर पूरे प्रदेश के शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ ऑनलाइन माध्यम से मीटिंग की। इस दौरान शिक्षा विभाग महकमे में हड़कंप मचा रहा।
शहर के जिला स्कूल परिसर में बने शिक्षा विभाग नवनिर्मित भवन में बैठकर केके पाठक ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शिक्षा विभाग अधिकारियों के साथ मीटिंग की और उन्हें कई दिशा-निर्देश दिए। केके पाठक ने नए शिक्षकों के प्रमाण पत्र जनरेट करने के साथ कई तरह के दिशा-निर्देश शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिए। इसको लेकर डीईओ अजय कुमार ने कहा कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए केके पाठक सभी जिलों के अधिकारियों से जुड़े थे और यहीं से सभी को दिशा-निर्देश दिए।
इससे पहले बुधवार (27 दिसंबर) को भी केके पाठक अचानक से मुजफ्फरपुर पहुंच गए थे. तब केके पाठक अचानक से जिला स्कूल मैदान में चल रहे काउंसिल सेंटर पर पहुंचे थे और उसका औचक निरीक्षण किया था. इस दौरान उन्होंने काउंसलिंग के लिए आए अभ्यर्थियों से भी बातचीत की और उनसे काउंसलिंग के कामकाज का जायजा लिया था।
बता दें कि केके पाठक की कार्यशैली से अब सरकार के विरोधी भी प्रभावित होने लगे हैं और खुलकर केके पाठक की तारीफ करने लगे हैं. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने केके पाठक की जमकर तारीफ की है. उन्होंने कहा कि केके पाठक अपने कार्यकाल में अच्छा कार्य कर रहे हैं. मांझी ने कहा कि केके पाठक शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए अभियान चला रहे है तो शिक्षकों में खलबली मची हुई है. पूर्व सीएम ने कहा कि कुछ शिक्षकों के केके पाठक से तकलीफ हो रही है, वो अपना विरोध भी जता रहे हैं, लेकिन केके पाठक द्वारा कुछ काम गलत भी किया जा रहा है।
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