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केंद्रीय गृह मंत्रालय का बड़ा फैसला, संसद की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ (CISF) को सौंपी

संसद में हुई सुरक्षा चूक के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है। अब संसद की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ (CISF) को सौंप दी गई है। अब तक दिल्ली पुलिस के जवान संसद की सुरक्षा संभाल रहे थे। लेकिन, गृह मंत्रालय के बाद आदेश के बाद अब सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ की टीम को दी गई है।

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दरअसल, संसद की सुरक्षा में पार्लियामेंट सिक्यॉरिटी सर्विस के साथ ही पार्लियामेंट्री ड्यूटी ग्रुप और दिल्ली पुलिस के लोग भी तैनात होते हैं। संसद परिसर में प्रवेश करते वक्त रिसेप्शन पर पार्लियामेंट सिक्यॉरिटी के दिल्ली पुलिस के लोग भी होते थे। इसके साथ ही जब मेन संसद भवन में एंट्री होती है, वहां भी एंट्री पॉइंट पर पार्लियामेंट सिक्यॉरिटी और दिल्ली पुलिस के लोग तैनात होते थे। लोकसभा और राज्यसभा में एंट्री से पहले जब एक और जगह सुरक्षा जांच होती है वहां पर भी ये तीनों ही सर्विस के लोग होते हैं। लेकिन, अब CISF के जवान सिक्योरिटी की जिम्मेदारी संभालेंगे।

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बताया जाता है कि, संसद की सुरक्षा फिलहाल तीन लेयर में हो रही है। इसमें बाहरी सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस के जिम्मे है। यानि अगर कोई संसद भवन में जाता है या फिर संसद भवन में कोई जबरदस्ती घुसने की कोशिश करता है तो सबसे पहले उसे दिल्ली पुलिस का सामना करना होता था। लेकिन, अब दिल्ली पुलिस के जवान के बदले सीआईएसएफ की टीम  भी संसद भवन में आने वाले लोगों पर नजर रखेगी।

बता दें कि,  इस घटना ने 22 साल पुराने जख्मों को फिर से जिंदा कर दिया। दरअसल, 13 दिसंबर 2001 को संसद भवन पर आतंकी हमला हुआ था। इसी दिन बुधवार को एक बार फिर से संसद की सुरक्षा में भारी चूक देखी गई। लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए। उन्होंने नारेबाजी की और स्मोक बम से पूरे सदन में धुआं फैला दिया। इस मामले में अभी तक कुल चार आरोपियों को पकड़ा गया है। सभी के खिलाफ आईपीसी और UAPA की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

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