उत्तराखंड की सिल्क्यारा-डंडालगांव टनल में 12 नवंबर से फंसे सभी 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। इसमें बिहार के 5 मजदूर भी शामिल हैं। जिसमें मुजफ्फरपुर जिले के जैतपुर ओपी क्षेत्र के गिजास निवासी शत्रुघ्न राय के पुत्र दीपक कुमार भी शामिल हैं।
उत्तराखंड टनल हा’दसे में फंसे होने की सूचना मिलते ही घर में माहौल गमगीन हो गया। लेकिन कल रात दीपक के टनल से बाहर निकलते ही घर वाले काफी खुश हैं। जब दीपक के टनल में फंसे होने की सूचना मिली तो दीपक के चाचा और मामा उत्तराखंड के लिए रवाना हो गए थे। परिजनों ने बताया कि दो भाइयों में छोटा दीपक विगत दो वर्षों से टनल निर्माण में लगी कंपनी में कार्यरत है और इसके पहले वह असम में कार्य करने के बाद उत्तराखंड टनल निर्माण कार्य में गया था।
परिजनों ने बताया कि 12 नवंबर के दिन टनल हादसे में दीपक के फंसे होने की जानकारी मिली। उसके बाद ही परिजन उत्तराखंड के लिए निकल गए। परिजनों को वहां से फोन पर सूचना दी गई है कि दीपक सुरक्षित है और उसे खाना पीना समय से दिया जा रहा है। लेकिन विगत 17 दिनों से यह आश्वासन मिल रहा था कि दीपक सुरक्षित है। फिर भी दीपक की मां बेटे से बात करने के लिए परेशान थी।
गांव के लोग भी चिंतित थे और गांव की महिलाएं लगातार भगवान की पूजा पाठ में लगी हुई थी कि किसी तरह दीपक सुरक्षित टनल से बाहर निकल आए और जैसे ही देर शाम तक जब मजदूरों को रेस्क्यू कर टनल से बाहर निकाला गया तो गांव में खुशी का माहौल हो गया। आज सुबह से ही दीपक के घर पर शुभचिंतकों का तांता लग गया।
सबसे ज्यादा गांव के युवाओं में जोश दिख रहा था कि उसके बीच रहने वाला युवक दीपक मौ’त को मात देकर बाहर निकल आया है. इसको लेकर परिजनों और शुभ चिंतकों ने वहां की सरकार से लेकर मोदी सरकार और रेस्क्यू टीम में लगे सभी लोगों का धन्यवाद दिया कि उनके बच्चे के साथ देश के अन्य मजदूर को भी सफल और सुरक्षित बाहर निकाला।
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