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नीतीश के आजीवन दोस्ती बयान पर आरजेडी हमलावर, बीजेपी को दी यह नसीहत

पटना: बीजेपी से आजीवन दोस्ती वाले नीतीश कुमार के बयान पर सियासत चरम पर है। भाजपा के बाद अब लालू यादव की पार्टी आरजेडी की प्रतिक्रिया सामने आई है। पार्टी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा है कि जमाना बदल गया है, अब पुरानी बात भूल जाएं। उन्होंने बीजेपी को ख्याली पुलाव नहीं पकाने की नसीहत भी दी है।

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राजद के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा है कि मोतिहारी में सेंट्रल यूनिवर्सिटी के मंच से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने व्यक्तिगत संबंधों को याद कर रहे थे। उसी मंच पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता राधा मोहन सिंह बैठे थे। लेकिन, सीएम की बातों का अन्यथा मतलब निकाला जा रहा है। उनका कहना वह नहीं था जो भाजपा समझ रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को इससे खुश नहीं होना चाहिए।

शक्ति सिंह यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री अब कभी भी भाजपा के साथ पहले जैसा संबंध नहीं रखेंगे क्योंकि अब बहुत कुछ बदल गया है। रणनीति भी पूरी तरह से नई हो गई है। आरजेडी प्रवक्ता ने भाजपा पर प्रहार किया और कहा कि बीजेपी के लोग ख्याली पुलाव नहीं पकाएं। अब वह सब नहीं होने वाला है जो पहले हुआ। उन्होंने कहा कि देश में महंगाई के लिए भाजपा जिम्मेदार है। जनता के कंधे पर महंगाई बोझ बनकर लटकी हुई है। 2024 में जनता से प्रवाहित कर देगी।

आरजेडी नेता ने दावा किया कि नीतीश कुमार का बयान आने के बाद भाजपा के लोगों में खुशी की लहर है। लेकिन, मुख्यमंत्री के कहने  का वह मतलब नहीं था। उन्होंने निजी संबंधों को लेकर अपनी भावना प्रकट की। लेकिन सीएम वर्तमान हालात को बिल्कुल समझ रहे हैं। बीजेपी के लोग इसका अलग मतलब निकालकर खुश रहे हो रहे हैं तो होते रहें। अब उन्हें कुछ मिलने वाला नहीं है।

बताते चलें कि गुरुवार को महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह के मंच पर नीतीश कुमार ने अपने भाषण के दौरान बड़ा बयान दिया। उन्होंने भाजपा नेताओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि जब तक जीवित रहेंगे, आप लोगों से दोस्ती कायम रहेगी। हम लोग अलग हैं तो क्या हुआ। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। चिंता मत करिए, आप लोगों से संबंध बना ही रहेगा।

इस दौरान उन्होंने केंद्र की मनमोहन सिंह सरकार की नाम लिए बगैर आलोचना भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2006 में महात्मा गांधी के कर्म क्षेत्र में सेंट्रल यूनिवर्सिटी की मांग की तो नहीं दिया गया। बात भी नहीं सुनी गई। लेकिन 2014 में जब नई सरकार बनी तो विशेष आग्रह पर मोतिहारी में सेंट्रल यूनिवर्सिटी बना दिया गया। यह बहुत अच्छा हुआ। उन्होंने भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं को अपना साथी और सहयोगी बताया।

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