पटना: लैंड फॉर जॉब मामले में बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, उनके पिता एवं आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद सहित 17 आरोपियों को दिल्ली की अदालत ने समन जारी किया है। तेजस्वी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शुक्रवार को कहा कि ये कोई पहला और आखिरी मामला नहीं है। ये सब चलता रहेगा। हमें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। उन्होंने कहा कि इन सब मामलों में कोई दम नहीं है। बता दें कि सीबीआई की चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने तेजस्वी, लालू, राबड़ी समेत अन्य आरोपियों को समन कर 4 अक्टूबर को पेश होने के आदेश दिए हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि यह कोई बात नहीं है। ये सब पुरानी खबरें हैं। ये जारी रहेगा और आगे भी होता रहेगा। यह न तो पहला है और न ही आखिरी केस है। बता दें कि राउज एवेन्यू कोर्ट की विशेष सीबीआई जज (एमपी/एमएलए) गीतांजलि गोयल की अदालत ने इस मामले में तेजस्वी यादव, लालू प्रसाद, राबड़ी देवी समेत 17 आरोपियों को समन भेजा है। पहली बार तेजस्वी का नाम चार्जशीट में दाखिल किया गया। पिछली सुनवाई में सीबीआई ने कोर्ट को बताया था कि उसे लालू प्रसाद के खिलाफ केस चलाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है।
तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार और महिला आरक्षण बिल पर कटाक्ष करते हुए पूछा कि क्या किसी के पास इसका जवाब है कि यह कानून कब लागू होगा? ऐसे कानून का क्या मतलब है जो लागू नहीं किया जाए? उन्होंने महिलाओं के लिए कोटा 33 के बजाय 50 प्रतिशत करने की मांग की। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार को चेतावनी दी कि अगर ओबीसी के अधिकारों का उल्लंघन किया गया तो, वे ईंट से ईंट बजा देंगे। तेजस्वी ने कहा कि ओबीसी की आबादी 60 फीसदी है। अगर उनके हिस्से के आरक्षण का उल्लंघन किया गया तो वे अपने अधिकार छीनना जानते हैं। ओबीसी लड़ाकू समाज है।
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