बिहार में ‘जन सुराज’ पदयात्रा में जुटे सियासी रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब चुनावी मैदान में एंट्री के लिए भी तैयार नजर आ रहे हैं। खबर है कि वह आगामी अक्टूबर में नई पार्टी लॉन्च कर सकते हैं, जिसका अध्यक्ष दलिता या मुस्लिम चेहरे को बनाया जा सकता है। हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। फिलहाल, किशोर चंपारण से शुरुआत करने के बाद पैदल यात्रा कर मुजफ्फरपुर पहुंचे हैं।
किशोर नहीं बनेंगे अध्यक्ष!
मिली जानकारी के मुताबिक, पार्टी की कमान किशोर के अलावा किसी अन्य व्यक्ति को देने की चर्चाएं जारी हैं। ऐसा माना जा रहा है कि किशोर खुद मेंटर के तौर पर प्रचार का जिम्मा उठाकर दलित या मुस्लिम उम्मीदवार को बड़ा पद दे सकते हैं। फिलहाल, किशोर की टीम संगठन तैयार करने पर जोर दे रही है। अब तक पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सिवान, सारण और गोपालगंज में पार्टी संगठन तैयार किया गया है।
ऐसा हो सकता है पार्टी का रूप
संभावनाएं हैं कि किशोर की पार्टी का स्वरूप पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की तरह हो सकता है। जिन जिलों में संगठन तैयार हो चुका है, वहां एक सभापति, एक अध्यक्ष और करीब 10 सदस्यों की टीम तैयार की गई है। साथ ही किशोर प्रचार के लिए सोशल मीडिया को बड़ा जरिया बना सकते हैं।
2024 लोकसभा चुनाव के बाद बड़ा प्लान
जानकारी के अनुसार, किशोर साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ी तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए वह नई पदयात्रा का भी सहारा ले सकते हैं। साल 2023 में हुए एमएलसी उपचुनाव में सारण शिक्षक क्षेत्र से अफाक अहमद ने जीत दर्ज की थी। महागठबंधन के उम्मीदवार आनंद पुष्कर को हराने वाले अहमद को जन सुराज का समर्थन हासिल था। आगामी आम चुनाव में भी किशोर की पार्टी 20 सीटों पर उम्मीदवार उतार सकती है।
चुनाव चिह्न और नाम पर अंतिम मुहर बाकी
सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि किशोर 2 अक्टूबर को पार्टी के नाम का ऐलान कर सकते हैं। फिलहाल, नाम और पार्टी के चुनाव चिह्न पर सहमति नहीं बन सकी है, लेकिन कई नेताओं का झुकाव जन सुराज की तरफ है। साथ ही यह भी माना जा रहा है कि चुनावी मैदान में किशोर की नजरें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के वोटबैंक पर हो सकती हैं।
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