पटना: बिहार के विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति पर राज्यपाल और नीतीश सरकार के बीच विवाद खत्म हो गया है। सीएम नीतीश कुमार ने आगे बढ़कर राजभवन से टकराव को टाला है। उन्होंने हाल ही में राजभवन जाकर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात की थी। दोनों के बीच वीसी नियुक्ति विवाद पर विस्तार से चर्चा हुई। शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को पांच यूनिवर्सिटी में वीसी नियुक्त करने का विज्ञापन वापस ले लिया। अब कुलपतियों की नियुक्ति राज्यपाल ही करेंगे।
दरअसल, शिक्षा विभाग ने बीते सोमवार को राज्य के पांच विश्वविद्यालयों में वीसी की नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी किए थे। विभाग ने 13 सितंबर तक आवेदन मांगे थे। जबकि, राजभवन पहले से वीसी नियुक्ति की प्रक्रिया कर रहा है। राजभवन पहले ही विज्ञापन जारी कर चुका था और 25 अगस्त आवेदन की अंतिम तारीख है। दोनों ओर से एक ही तरह के पदों के लिए जारी विज्ञापन से सरकार और राजभवन के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई। वहीं, जो उम्मीदवार राजभवन द्वारा निकाली गई नियुक्ति के लिए आवेदन कर चुके हैं, वे भी कंफ्यूजन में पड़ गए।
इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार शाम राजभवन जाकर राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर से मिले। दोनों के बीच करीब 15 मिनट तक बात हुई। राजभवन की ओर से कहा गया कि राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच यूनिवर्सिटी से जुड़े मुद्दों पर विमर्श हुआ। बता दें कि इससे पहले राजभवन ने शिक्षा विभाग के उस आदेश को भी रद्द कर दिया था, जिसमें बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति और प्रोवीसी का वेतन रोक दिया गया था।
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