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सीबीसीएस से यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं की बढ़ी परेशानी, नये सिलेबस की किताबें नहीं मिल रहीं

भागलपुर: राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के निर्देश पर राज्य के विश्वविद्यालयों में क्रेडिट बेस च्वाइस सिस्टम (सीबीसीएस) लागू हो गया। तिलकामांझी विश्वविद्यालय भागलपुर (टीएमबीयू) में भी इसके आधार पर नामांकन हुआ लेकिन नये सिलेबस के अनुसार बाजार में सभी किताबें नहीं हैं। ऐसे में छात्रों को परेशानी है कि वे नये कोर्स की पढ़ाई कहां करें। जैसे इतिहास में पहले प्राचीन भारत का इतिहास चलता था, लेकिन अब आइडिया ऑफ भारत चलेगा लेकिन इसकी किताब अभी उपलब्ध नहीं हैं।

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पहले यूरोप का इतिहास पढ़ना होता था, अब एंसिएंट एंड वर्ल्ड सिविलाइजेशन की किताब पढ़नी है। ये नई किताबें बाजार में नहीं हैं। टीएनबी कॉलेज में इतिहास के शिक्षक डॉ. रविशंकर कुमार चौधरी ने कहा कि जहां पर पहले से सीबीसीएस कोर्स चलते थे, वहां तो किताब बाजार में हैं लेकिन यहां पर नहीं हैं। इसके लिए छात्रों को इंटरनेट का सहारा लेना होगा। अर्थशास्त्रत्त् के शिक्षक डॉ. सुमन ने बताया कि मेजर और माइनर कोर्स की किताब बाजार में हैं। शेष चार कोर्स की किताबें बाजार में नहीं हैं। स्किल इन्हांसमेंट कोर्स के लिए किताबें नहीं हैं। जिसे इंटरनेट से पढ़ा जा सकता है। इसे सीखने की जरूरत है। व्यावहारिक चीजों पर निर्भर करती है। स्पीकिंग कोर्स स्किल इनहांसमेंट कोर्स को बढ़ाने की जरूरत है।

एसएम कॉलेज की स्वेता सिंह ने बताया कि सेमेस्टर वन में एमजेसी में अंग्रेजी में स्कॉलर जिप्सी चलती थी और अब अभिज्ञान शकुंतलम पढ़नी है। मृक्षकटिकम, वाल्मीकि रामायण, महाभारत की अंग्रेजी में अनुवादित किताबें पढ़नी हैं लेकिन वह बाजार में उपलब्ध नहीं हैं। फिलहाल उन्हें इंटरनेट से टॉपिक ढूंढ़ने को कहा गया है। डॉ.चंदन कुमार ने बताया कि लॉजिक और एथिक्स की किताबें बाजार में उपलब्ध नहीं हैं। लिंग्विस्टिक, फिलॉस्फी की कोई भी किताब उपलब्ध नहीं है। मेरे पास कुछ किताबें हैं, जिसका फोटो स्टेट छात्र कराते हैं।

टीएमबीयू में स्नातक में सीबीसीएस के चार वर्षीय कोर्स के विषयों के चयन को लेकर गुरुवार को कॉलेजों के प्राचार्यों के साथ डीएसडब्ल्यू प्रो. योगेन्द्र ने बैठक की। डीएसडब्ल्यू ने प्राचार्यों को सीबीसीएस के कोर्स के विषयों के चयन की जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि छात्रों को विषयों के चयन में गलती नहीं हो। उन्होंने प्राचार्यों को जानकारी दी कि साइंस के छात्र मानविकी, सामाजिक विज्ञान और कॉमर्स के विषय भी चुन सकेंगे। उन्होंने बताया कि मल्टी डिसिप्लिीनरी कोर्स के तहत साइंस के छात्र मानविकी में हिंदी, अंग्रेजी, दर्शनशास्त्रत्त्, सामाजिक विज्ञान में इतिहास, पॉलिटिकल साइंस, अर्थशास्त्रत्त् में किसी एक विषय का चयन कर सकेंगे। साथ ही कॉमर्स में ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट का चयन कर सकेंगे। ऑनर्स के बदले मेजर कोर्स वर्क व सब्सिडियरी के बदले किन विषयों का चयन करेंगे यह जानकारी दी।

इंटरनेट पर पढ़ सकते हैं या ऑनलाइन मंगा सकते हैं

भागलपुर के बाजार में ये किताबें उपलब्ध नहीं हैं। वहीं इंटरनेट पर खोजबीन किताबें पढ़ सकते हैं। या दिल्ली आदि जगहों से या ऑनलाइन मंगानी होगी। वहीं पुस्तक विक्रेता संजय खेतान ने बताया कि अभी नई किताबें बाजार में नहीं आई हैं। प्रकाशकों से मांग की गई हैं। जैसे ही किताबें वे उपलब्ध कराएंगे।

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