पटना: 18 जुलाई को होने वाली एनडीए की बैठक का आमंत्रण RLJD के चीफ उपेंद्र कुशवाहा को अभी तक नहीं आया है। जिसके बाद से सवाल उठ रहे है कि क्या बीजेपी के लिए उपेंद्र कुशवाहा की अहमियत में गिरावट आई है। हालांकि आज पटना में मीडिया से NDA की मीटिंग में शामिल होने के सवाल पर उन्होने कहा कि हर बात शेयर करने और खुलासा करने की जरूरत नही है। हर सवाल का जवाब नहीं मिल सकता है।
हर सवाल का जवाब नहीं मिलता
वैसे अभी तक एनडीए के जो सहयोगी हैं उनको बैठक बुलावा आ चुका है। और चिराग पासवान की पार्टी भले ही अभी एनडीए का हिस्सा न हो, लेकिन जेपी नड्डा ने उन्हें NDA का अहम सहयोगी बताया है। वहीं उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी का इंतजार अभी तक खत्म नहीं हुआ है। कुशवाहा ने बैठक में शामिल होने के मामले पर कहा कि हर सवाल का जवाब नहीं मिल सकता है।
पीएम मोदी का नहीं कोई विकल्प
वहीं विपक्षी एकता पर निशाना साधते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी का कोई विकल्प नहीं है। कहीं कोई लड़ाई की स्थिति बनने वाली ही नहीं है। उन्होने कहा कि भले ही कोई नरेंद्र मोदी के एजेंडे की आलोचना करें या प्रशंसा करें। लेकिन विपक्षी दलों के पास तो कोई एजेंडा ही नहीं है। जब तक जनता के सामने कोई ठोस एजेंडा लेकर नहीं जाएंगे, तब तक जनता ध्यान ही नहीं देगी। वहीं भाजपा के विधानसभा मार्च पर लाठीचार्ज की जांच की मांग के सवाल पर कहा, कि पी’ड़ित पक्ष को लगता है कि न्याय नहीं मिल रहा है तो सरकार इस मामले की निष्पक्षता से जांच कराए।
उपेंद्र कुशवाहा की खत्म होगी वेटिंग
आपको बता दें एनडीए की बैठक के लिए चिराग पासवान और जीतन राम मांझी को बीजेपी ने आमंत्रण भेजा है। लेकिन उपेंद्र कुशवाहा और वीआईपी चीफ मुकेश सहनी अभी तक वेटिंग लिस्ट में है। हाल ही में उपेंद्र कुशवाहा ने जेडीयू से अलग होकर RLJD नाम से नई पार्टी बनाई थी। जिसके कुछ ही दिनों बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। और फिर उनके एनडीए में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई थी। केंद्रीय गृह मंत्रालय की सिफारिश के बाद कुशवाहा को वाई प्लस सुरक्षा मुहैया कराई गई है।
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