मोतिहारी: मोतिहारी जिले के पीपरा थाना के महुआवा निवासी पूर्व पंचायत समिति सदस्य जीतेन्द्र उर्फ जीतू प्रसाद ने गूगल पर सर्च कर आत्मह’त्या की थी। एसपी द्वारा गठित एसआईटी की अभी तक के जांच में पुलिस को आत्मह’त्या के पुख्ता सबूत मिल रहे हैं। हालांकि पुलिस अभी इस कांड में अन्य पहलुओं पर जांच कर रही है।
एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि 10 जुलाई को पीपरा थाना के तेलिया बाड़ी पोखरा (कुड़ियां) से महुआवा निवासी जितेन्द्र उर्फ जीतू प्रसाद का श’व बरामद किया गया था। इस मामले में मृ’तक की पत्नी ने पीपरा थाने में आवेदन देकर पीपरा विधायक श्यामबाबू प्रसाद यादव, डॉ. संजय कुमार व बैरिया बंजरिया के लेखा प्रसाद पर ‘ह’त्या की एफआईआर दर्ज कराई थी। मामले में सहायक पुलिस अधीक्षक सदर मोतिहारी श्री राज के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर जांच का निर्देश दिया गया था।
गठित टीम द्वारा कार्यपालक दंडाधिकारी चकिया की मौजूदगी में एनडीआरएफ व स्थानीय गोताखोरों की मदद से पोखरा की गहन तलाशी कराई गई। तलाशी के दौरान 14 जुलाई को गोताखोरों ने पोखरा से एक देसी क’ट्टा बरामद किया। दंडाधिकारी के समक्ष उक्त कट्टा को खोला गया तो उसमें एक फायर खो’खा पाया गया। 13 जुलाई को मृ’तक के परिजन एवं दंडाधिकारी की मौजूदगी में मृ’तक जीतू प्रसाद के एंड्रायड मोबाइल की जांच की गई। जिसमें पाया गया कि मृ’तक द्वारा 3 जुलाई को गूगल क्रोम पर आत्मह’त्या के तरीके व ‘कैसे मौ’त हो सकती है आसान’ सर्च किया गया था।
इसी तरह 8 जुलाई को भी गूगल क्रोम पर ‘म’रने से ठीक पहले कैसा महसूस करता है इंसान’ तथा ‘अगर दिल या दिमाग पर गोली लगे तो कितनी देर में हो जाती है मौ’त’ को सर्च किया गया था। एसपी ने बताया कि जब्त प्रदर्शो को जांच हेतु विधि-विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया है। एनएच पर लगे कैमरे के वीडियो फुटेज में भी मृ’तक को 10 जुलाई की अहले सुबह 0345 बजे अकेले जाते हुए देखा गया है।
मृ’त्यु से एक दिन पहले उसने अपने घर के पास वीडियो शूट किया था, जिसमे विधायक सहित अन्य लोगों पर ह’त्या कराने की आशंका जाहिर की थी। मृ’तक के पुत्र ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि घट’ना से पहले यानी 09 जुलाई की रात उसके पिता रातभर सो नही पाए थे। एसपी ने कहा कि अभीतक की जांच में आत्मह’त्या के पुख्ता सबूत मिले है। मामले में अन्य बिंदुओं पर जांच जारी है।
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