बिहार: बिपरजॉय तूफान के चलते बिहार में मॉनसून ठहर गया है, जिस वजह से दक्षिण और पश्चिमी इलाकों में भीषण गर्मी पड़ रही है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को इस सीजन में पहली बार लू का रेड अलर्ट जारी किया है। गया समेत पांच जिलों में शुक्रवार को बहुत भीषण गर्मी पड़ने के आसार हैं। लोगों से सावधानी बरतने और तेज धूप में अनावश्यक बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी गई है। इसके अलावा पटना समेत 6 जिलों में भीषण हीटवेव और तीन जिलों में हीटवेव का अलर्ट भी जारी हुआ है।
मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान के मुताबिक गया, औरंगाबाद, नवादा, भभुआ और रोहतास जिले के कुछ इलाकों में शुक्रवार को अत्यधिक भीषण लू चल सकती है। इन जिलों में रेड अलर्ट जारी हुआ है। इसके अलावा पटना, जहानाबाद, अरवल, नालंदा, भोजपुर और बक्सर में ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। यहां भीषण हीटवेव चलने की चेतावनी है। वहीं, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज और सीवान में भी येलो अलर्ट जारी किया गया है, यहां भी लू के हालात बने रह सकते हैं।
कब मिलेगी भीषण गर्मी से राहत?
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अरब सागर में उठे बिपरजॉय चक्रवात से मॉनसून की गति पर ब्रेक लग गया है। पिछले दिनों पूर्णिया के रास्ते मॉनसून ने बिहार में प्रवेश किया था। सोमवार से ही किशनगंज और फारबिसगंज के पास मानसून स्थिर बना हुआ है। इसके आगे नहीं बढ़ने से दक्षिण और पश्चिमी जिलों में भीषण हीटवेव की स्थिति है। अनुमान लगाया जा रहा है कि तूफान का असर अगले 3-4 दिनों में कम होगा, जिसके बाद मॉनसून फिर से सक्रिय हो जाएगा। दो-तीन दिनों के बाद से अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट आने की संभावना है।
गुरुवार को भी पटना सहित 17 जिलों में भीषण उष्ण लहर और उष्ण लहर का प्रकोप रहा। राज्य के 22 जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि, जबकि 7 जिलों के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश का सबसे गर्म जिला 44.2 डिग्री सेल्सियस के साथ शेखपुरा रहा। पटना में गुरुवार को भीषण लू चली। बुधवार के मुकाबले गुरुवार को पटना के अधिकतम तापमान में 0.3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई। पटना का अधिकतम तापमान गुरुवार को 43.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
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