बिहार की राजधानी पटना में बागेश्वर सरकार की दरबार लगने वाली है। 13 मई से 17 मई तक नौबतपुर के तरेत मठ परिसर में बागेश्वर सरकार धीरेंद्र शास्त्री हनुमत कथा कहेंगे। इसे लेकर सियासत चरम पर है। बार-बार धीरेंद्र शास्त्री पर राजद नेताओं और मंत्रियों द्वारा निशाना साधने के बाद बीजेपी ने पार्टी के सुप्रीमो लालू यादव को आड़े हाथों लिया है। बीजेपी एमएलए विजय कुमार सिन्हा ने लालू यादव को बड़ी नसीहत दी है।
बिहार विधानसभा के पूर्व स्पीकर और वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष रूप में बिहार की राजनीति में सक्रिय विजय कुमार सिन्हा ने बाबा बागेश्वर पर चल रहे विवाद के बीच राजद सुप्रीमो लालू यादव पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने कहा है कि लालू जी और चौथे पन में आ गए हैं। सब माया मोह छोड़कर उन्हें बागेश्वर सरकार के दरबार में जाना चाहिए। लालू यादव को विजय सिन्हा सुझाव दिया कि वह बागेश्वर बाबा का प्रवचन सुनें और भागवत भजन करते हुए अपना शेष जीवन व्यतीत करें। लालू यादव पार्टी के सबसे बड़े नेता हैं। इसलिए संभव हो तो अपने अन्य नेताओं को शिक्षा दें कि संत महात्मा के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है।
लालू यादव पर बीजेपी का यह तंज वाला बयान तब सामने आया है जब उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्र को कटघरे में खड़ा किया। दूसरी ओर उनकी पार्टी के कई नेता बागेश्वर बाबा पर आपत्तिजनक भाषा में बयान दे रहे हैं। सहकारिता मंत्री सुरेंद्र यादव ने यहां तक कह दिया कि बागेश्वर दरबार में माताओं-बहनों-बेटियों को नचवाया जाता है। उससे पहले पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने उन्हें जेल में डाल देने की बात कह दी। आरजेडी के कई नेताओं ने धीरेंद्र शास्त्री के आगमन के बहाने पर बीजेपी पर हमला किया। मंत्री सुरेंद्र राम ने धीरेंद्र शास्त्री को ढोंगी कहा तो किसी ने धर्म की आड़ में दुकान चलाने का आरोप लगाया। उससे पहले लालू यादव के लाल मंत्री तेजप्रताप ने कहा था कि बागेश्वर बाबा को पता नहीं है कि बिहार में किसकी सरकार है।
इस बीच शनिवार को ट्वीट कर आररजेडी चीफ लालू यादव ने कहा कि मणिपुर जल रहा है। यहां 54 नागरिकों की मौ’त हो चुकी है। इसके आलावा जम्मू-कश्मीर में हमारे जवान शहादत दे रहे हैं। इसके बावजूद प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की तरफ से दो शब्द संवेदना के नहीं कहे गए हैं। वे खामोश हैं। आरो’प लगाया कि भाजपा के लोग कभी खिलाड़ियों को लेकर कुछ नहीं बोलते। उनकी आवाज कभी भी किसानों को लेकर नहीं निकलती है। गरीबों, बेरोजगारों, महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री देशवासियों की कमाई के करोड़ों रुपए प्रतिदिन खर्च कर चुनाव प्रचार में लीन हैं। उसके बाद नेता प्रतिपक्ष ने लालू यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
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