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प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य जांच के साथ हुआ कोविड जांच व टीकाकरण

मोतिहारी: आज सोमवार को जिले के सदर अस्पताल समेत विभिन्न प्रखंडों में सोमवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच के साथ कोविड जांच व टीकाकरण किया गया। सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि कोरोना काल में गर्भवती महिलाओं को कोरोना टीकाकरण से सुरक्षा प्रदान होगी। उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं को साफ- सफाई के साथ अपनी सेहत का पूरा ख्याल स्वयं रखना है। गर्भवती महिलाओं को संतुलित आहार का भी उपयोग करना चाहिए ताकि गर्भवती व गर्भस्थ शिशु पर कोई आंच न आए। उन्हें समय-समय पर आशा कार्यकर्ता के माध्यम से स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर स्वास्थ्य परीक्षण कराना चाहिए। वहीँ डीसीएम नन्दन झा ने बताया कि संस्थागत प्रसव के बाद जननी योजना का लाभ मिलता है।

स्वास्थय जांच के साथ आयरन, कैल्शियम व अन्य दवाओं का हुआ वितरण

ढ़ाका अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुधीर कुमार गुप्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत इलाज व्यवस्था का निरीक्षण किया गया। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाओं की बीपी,शुगर, हीमोग्लोबिन, वजन एचआईवी, एफएचएस, व अन्य जाँच की गई। इस दौरान आयरन, कैल्सियम व अन्य दवाओं का वितरण किया गया। उन्होंने बताया स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा गर्भावस्था के दौरान होने वाले खतरे की पहचान के बारे में गर्भवती महिलाओं को जागरूक किया गया है। साथ ही कई महिलाओं का टीकाकरण भी किया गया।

संतुलित आहार के साथ आयरन कैल्सियम का उचित मात्रा में सेवन जरूरी-

सदर अस्पताल की महिला चिकित्सक डॉ सुरुचि कुमारी, डॉ रश्मि, प्रीति गुप्ता ने कहा गर्भवती महिलाओं को हमेशा शारीरिक व मानसिक विकास के लिए फल, हरी सब्जियों, सलाद व दूध से बनी सामग्रियों का सेवन जरूरी है। साथ ही किसी भी तरह के तनाव से बचना चाहिए। डॉ सुरुचि कुमारी ने बताया कि सभी गर्भवती महिलाओं को आयरन एवं कैल्सियम की गोली का उचित मात्रा में सेवन करना जरूरी है। तभी गर्भावस्था के दौरान महिलाओं व उनके गर्भस्थ बच्चे का उचित शारीरिक व मानसिक विकास होता है।

परिवार नियोजन के तरीकों से महिलाओं को अवगत कराया-

इस दौरान परिवार नियोजन के तरीकों से महिलाओं को अवगत कराया गया । बढ़ती जनसंख्या पर रोक लगाने के लिए व अनचाहे गर्भ ठहरने से रोक के लिए , साथ ही प्रसव के बाद पुनः प्रेग्नेंसी की समस्याओं से बचाव के लिए गर्भवती, व धात्री महिलाओं को परिवार नियोजन की विभिन्न संसाधनों यथा, कन्डोम, माला डी, अंतरा, कॉपर टी, एवं नसबंदी, जैसे परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी साधनों की जानकारी महिला स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा दी गईं।

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