मुंगेर: जमालपुर नगर परिषद महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में नया अध्याय लिख रहा है. यहां महिला चेयरमैन और डिप्टी चेयरमैन तो है ही इसके अलावा परिषद के 18 वार्डों के लिए सफाई कर्मी भी महिला ही हैं।
ये महिलाएं स्वयं ई-रिक्शा कचरा गाड़ी चलाते हुए वार्डों में जाकर लोगों से कचरा जमा करती हैं और समाज को स्वच्छ बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। एक गाड़ी पर दो महिलाएं सुबह सात बजे स्वयं गाड़ी चलाते हुए निकलती है और वार्ड-वार्ड जाकर वहां से विसिल या गाना बजा लोगों से कचरा इकट्ठा कर दोपहर तक डंपिंग यार्ड में कचरा डंप कर फ्री हो जाती है।
जमालपुर नगर परिषद की अनोखी पहल
इस काम से महिलाओं के सम्मान को एक नया आयाम मिला है. ई कचरा गाड़ी चलाने वाली महिलाओं ने बताया की अब वो एक सम्मान की जीवन जीती है. पहले जब वो माथे पर कचरा उठाती थी तो लोग उन्हें हेय की दृष्टि से देखते थे. पर जब से वे ई रिक्शा कचरा गाड़ी चलाती है तब से वार्ड पहुंचते ही लोग स्वयं घरों से कचरा निकाल उनके गाड़ी में डाल देते है.
बता दें कि पहले ये महिलाएं अपने माथे पर कचरे की टोकरी उठाकर उसे ट्रैक्टर में डालने का काम करती थी. इस काम में कई बार कचरा उनके शरीर पर गिर जाता था. जिसके चलते उन्हें कई बार स्किन डिजीज भी जाता था।
कचरे की गाड़ी लेकर घर-घर जाती हैं महिलाएं
उप मुख्य पार्षद अंजली ने बताया कि महिलाओं की परेशानियों को देखते हुए परिषद ने सभी 18 वार्डों में महिला सफाई कर्मियों को डोर टू डोर कचरा उठाव के लिए ई रिक्शा कचरा गाड़ी दे दिया है. जिससे महिला सशक्तिकरण को और बढ़ावा मिला है. अब जब ये महिलाएं अपना ई रिक्शा कचरा गाड़ी ले जब सड़कों पे निकल अपने अपने चिन्हित वार्ड पहुंचती है. लोग इन महिलाओं को बड़े आदर से वेलकम करते हुए महिलाओं के विसल के आवाज या गाने की आवाज से घरों से कचरा निकालकर उनकी गाड़ी में डाल देते है।
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