पटना: महागठबंधन की ताकत के प्रदर्शन और मिशन 2024 के आगाज के मकसद से पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में महागठबंधन के महारैली आयोजित की जा रही है। रैली के पहले ही आरजेडी-जेडीयू के स्टैंड पर कांग्रेस पार्टी की ओर से सवाल उठाए गए हैं क्योंकि, बैनर पोस्टर में पार्टी के बड़े नेता राहुल गांधी को जगह नहीं मिली है। इस बीच भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने महागठबंधन की रैली के मकसद पर बड़ा हमला किया है।
सुशील मोदी ने कहा है कि दिखाने के लिए इस रैली का आयोजन महागठबंधन की एकता का प्रदर्शन है। लेकिन, असली मकसद है कांग्रेस पार्टी से बदला लेना। सुशील मोदी ने आरोप लगाया है कि नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और लालू यादव की पार्टी आरजेडी साथ मिलकर कांग्रेस पार्टी से बदला ले रही है। सुशील मोदी ने दावा किया है कि मुस्लिम वोटको ओवैसी की पार्टी से दूर कर उन्हें सबक सिखाना भी इस रैली का मकसद है।
राज्य सभा सांसद सुशील मोदी ने कहा है कि 24- 25 फरवरी को रायपुर में कांग्रेस पार्टी का महाधिवेशन निर्धारित है। इसी के दौरान 25 फरवरी को महागठबंधन ने पूर्णिया में अपनी रैली रख दी। इसके पीछे उनका उद्देश्य यह है कि कांग्रेस के कोई वरिष्ठ नेता पूर्णिया की रैली में शामिल नहीं हो।
सुशील मोदी ने इसकी वजह भी बताई है। उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता के नाम पर नीतीश कुमार और लालू यादव कई नेताओं से मिलने के बाद सोनिया गांधी से मिलने उनके घर तक गए थे। लेकिन कांग्रेस ने इन दोनों को 5 मिनट में निपटा दिया। कांग्रेस पार्टी ने लालू और नीतीश को भाव नहीं दिया। इसी का बदला पूर्णिया के रैली में दोनों मिलकर ले रहे हैं। एक नीति के तहत राहुल गांधी को पूर्णिया रैली के बैनर पोस्टर से दूर कर दिया गया। कांग्रेस के रवैए से नाराज जदयू अंग्रेज की भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल नहीं हुआ।
सुशील मोदी ने कहा के महागठबंधन की पूर्णिया रैली एआईएमआईएम और असदुद्दीन ओवैसी को डैमेज करने के लिए भी रखी गई है। सिवान और कुढ़नी उपचुनाव में ओवैसी की पार्टी ने उम्मीदवार खड़े किए। इस दोनों सीटों पर बीजेपी जीती। ओवैसी पर मुस्लिम वोट काटने का आरोप लगाया था। दोनों चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों की जीत हुई आरजेडी और जेडीयू मुस्लिम वोट बैंक को ओवैसी से दूर करना चाहते हैं। आरजेडी सीमांचल इलाके में ओवैसी के वोट बेस को तोड़ना चाहती है।
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