पटना: उपेंद्र कुशवाहा के जेडीयू छोड़ने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह द्वारा दिए गए बयान से बिहार की राजनाति गर्मा गई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि तेजस्वी यादव अब सीएम नीतीश कुमार से दूरी बनाने लगे हैं। मंगलवार को पटना में चौथे कृषि रोडमैप को लेकर आयोजित किसान समागम में खाली कुर्सी से तेजस्वी यादव की नाराजगी की अटकलें तेज हो गईं। तेजस्वी इस कार्यक्रम में करीब ढाई घंटे की देरी से पहुंचे। तब तक सभी डिप्टी सीएम का इंतजार करते रहे।
बिहार में जल्द ही चौथा कृषि रोडमैप लागू किया जाना है। इस पर चर्चा के लिए मंगलवार को पटना के ज्ञान भवन में किसान समागम आयोजित किया गया। इसमें राज्य के 4700 से ज्यादा किसानों ने हिस्सा लिया। इसके अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अन्य मंत्री भी मौजूद रहे।
मिली जानकारी के मुताबिक, इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी आमंत्रित किया गया था। हालांकि, वे करीब ढाई घंटे की देरी से यहां पहुंचे। सीएम नीतीश कुमार और अन्य मंत्री तो समय पर कार्यक्रम में पहुंच गए। मगर तेजस्वी यादव बहुत देर तक नहीं पहुंचे। तब तक मुख्यमंत्री के बगल वाली कुर्सी खाली रही। इस बीच सियासी महकमे में अटकलों का दौर शुरू हो गया कि क्या तेजस्वी यादव जेडीयू से नाराज चल रहे हैं। एक दिन पहले ललन सिंह ने तेजस्वी की ताजपोशी को लेकर स्थिति स्पष्ट की थी।
बता दें कि बिहार महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार के खिलाफ बगावती तेवर दिखाते हुए सोमवार को जेडीयू छोड़ दी और नई पार्टी रालोजद बनाने की घोषणा की। वे लगातार जेडीयू की आरजेडी से हुई डील को सार्वजनिक करने की बात कर रहे थे। इसके बाद जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने स्पष्ट किया कि जेडीयू का आरजेडी में विलय नहीं होने वाला है। साथ ही नीतीश कुमार 2025 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहेंगे। 2025 के विधानसभा चुनाव में सीएम कैंडिडेट कौन होगा, इस पर बाद में फैसला होगा।
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